आजकल जो स्मार्टफोन बाजार में आ रहे हैं, उनमें कंपनियां नई—नई टेक्नोलॉजी दे रही हैं। फोन पर सिक्योरिटी लॉक के लिए फेस अनलॉक और फिंगरप्रिंट जैसे फीचर दिए जा रहे हैं। वहीं कुछ लोग फोन को लॉक करने के लिए 4 अंकों का पासवर्ड इस्तेमाल करते हैं। पैटर्न और 4 अंकों वाले पासकोड को क्रैक करना आसान होता है। ऐसे में फोन को अनलॉक करने के लिए यूनिक कैरेक्टर वाला मजबूत पासवर्ड यूज करना चाहिए।
कुछ ऐप्स ऐसे होते हैं जो गूगल प्लेस्टोर पर मौजूद नहीं होते। ऐेसे में कई लोग APK फाइल वाली ऐप्स डाउनलोड कर ऐप को स्मार्टफोन में इंस्टॉल कर लेते हैं। एपीके फाइनल डाउनलोड करने से बचना चाहिए। कई बार एपीके फाइल्स वाली ऐप्स स्मार्टफोन यूजर की निजी जानकारियां चुरा सकती हैं। एपीके फाइल्स वाली ऐप्स रिस्क के साथ आती हैं क्योंकि यह Google द्वारा अप्रूव नहीं होती हैं।
हम जब नया स्मार्टफोन खरीदते हैं तो उसमेंं अपनी जरूरत के हिसाब से कई तरह की ऐप्स डाउनलोड करते हैं। कुछ लोग थर्ड पार्टी ऐप्स भी डाउनलोड करने की गलती करते हैं। थर्ड पार्टी ऐप्स आपके स्मार्टफोन को नुकसान पहुंचा सकती हैं। ऐसे में एक्सपर्ट्स भी सलाह देते हैं कि एंड्रॉयड स्मार्टफोन में गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद ऐप्स ही इंस्टॉल करनी चाहिए। इसके अलावा आप सेटिंग्स मैन्यू में ऐप इंस्टॉलेशन फ्रॉर्म अननोन सोर्सेज ऑप्शन को बंद कर इससे बच सकते हैं।
जब भी स्मार्टफोन में कोई ऐप डाउनलोड करते हैं तो ऐप्स उनसे कई तरह की परमिशन मांगती हैं। कई यूजर्स बिना उसे पढ़े ही ऐप्स को परमिशन दे देते हैं। इन्हें नजरअंदाज करने से बेहतर की इन्हें पढ़ लिया जाए क्योंकि कई ऐप्स आपके कॉन्टैक्स लिस्ट, मैसेज और स्टोरेज आदि की परमिशन मांगते हैं।
ज्यादातर एंड्रॉयड यूजर्स अपने स्मार्टफोन का डेटा बैकअप नहीं रखते। ऐसे में कई बार फोन गुम या चोरी हो जाने पर उसका डेटा भी साथ चला जाता है। इसके अलावा कई बार फोन फॉर्मेट होने पर भी उसका डेटा उड़ जाता है। ऐसे में डेटा बैकअप रखना चाहिए।