
Google Meet live speech trasnlation feature Details (इमेज सोर्स: @GoogleWorkspace/X)
Google IO 2025: Google ने अपनी डेवलपर कॉन्फ्रेंस I/O 2025 में एक ऐसा फीचर पेश किया है जो वर्चुअल कम्युनिकेशन की परिभाषा बदल सकता है। Google Meet के लिए लॉन्च हुआ यह Gemini-पावर्ड स्पीच ट्रांसलेशन फीचर अब रियलटाइम में आपकी भाषा को न सिर्फ अनुवाद करेगा साथ ही आपकी आवाज, टोन और एक्सप्रेशन को भी जैसे का तैसा बनाए रखेगा।
इसका मतलब है कि अब आप जो बोलेंगे वह दूसरी भाषा में सुनाई तो देगा लेकिन आपके अंदाज और एक्सप्रेशन भी वैसे रहेंगे। Google ने इसका लाइव डेमो भी पेश किया है जिसने यूजर्स को चौंका दिया है क्योंकि यह ट्रांसलेशन रोबोटिक नहीं, बल्कि बिल्कुल आम इंसान की तरह लग रहा था।
Google के इस इनोवेटिव फीचर की मदद से अलग-अलग भाषाएं बोलने वाले लोग भी अब Google Meet पर बिना किसी परेशानी के संवाद कर सकेंगे। उदाहरण के तौर पर अगर आप इंग्लिश में बात कर रहे हैं, तो सामने वाला यूजर उसे स्पैनिश या अन्य सपोर्टेड लैंग्वेज में उसी समय सुन सकेगा। डेमो के दौरान यही नजारा देखने को मिला जब एक इंग्लिश स्पीकर और एक स्पैनिश स्पीकर बिना किसी अड़चन के बातचीत कर रहे थे।
अब तक जो भी मशीन ट्रांसलेशन टूल्स आए हैं उनमें सबसे बड़ी कमी यह रही कि अनुवाद की आवाज काफी रोबोटिक और सपाट होती थी। लेकिन Google का यह नया फीचर आवाज के टोन, एक्सप्रेशन और अंदाज को भी बरकरार रखता है। इसका मतलब यह है कि स्पीकर की पर्सनैलिटी और भावनाएं अब अनुवाद में भी झलकेंगी जिससे बातचीत और भी ज्यादा नेचुरल लगेगी।
फिलहाल यह AI ट्रांसलेशन फीचर अंग्रेजी और स्पैनिश भाषाओं के लिए उपलब्ध कराया गया है। लेकिन Google का कहना है कि आने वाले हफ्तों में इसमें इटालियन, जर्मन और पुर्तगाली भाषाएं भी शामिल कर दी जाएंगी। इससे यह फीचर और भी ज्यादा देशों और यूजर्स के लिए उपयोगी बन जाएगा।
यह शानदार फीचर अभी Google AI Pro और Ultra सब्सक्राइबर्स के लिए बीटा वर्जन में जारी किया गया है। हालांकि Google की प्लानिंग है कि 2025 के अंत तक इसे Workspace और एंटरप्राइज यूजर्स के लिए भी लॉन्च किया जाए। अभी यह साफ नहीं है कि फ्री यूजर्स को यह सुविधा कब तक उपलब्ध होगी।
Microsoft Teams और Skype जैसे प्लेटफॉर्म पहले से ही रियल टाइम ट्रांसलेशन दे रहे हैं लेकिन Google का यह नया फीचर तकनीकी रूप से उनसे कई कदम आगे नजर आ रहा है। यह फीचर खासतौर पर उन ग्लोबल बिजनेस टीम्स के लिए फायदेमंद साबित होगा जो अलग-अलग भाषाएं बोलने वाले लोगों के साथ रोजाना मीटिंग्स करते हैं।
Updated on:
21 May 2025 03:42 pm
Published on:
21 May 2025 03:32 pm
बड़ी खबरें
View Allटेक्नोलॉजी
ट्रेंडिंग
