
UPI Rules Change 1 Jan 2026 (Image: Paytm)
UPI Rules Change 1 Jan 2026: कैलेंडर में तारीख 30 दिसंबर 2025 हो चुकी है और बाहर नए साल के जश्न का शोर है। लेकिन इस शोर के बीच आपके मोबाइल पर शायद कुछ ऐसे मैसेज भी आ रहे होंगे जो थोड़ी टेंशन दे रहे हैं। व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी और सोशल मीडिया पर एक खबर जंगल की आग की तरह फैल रही है, ''1 जनवरी से गूगल पे (Google Pay) और फोनपे (PhonePe) पर लिमिट लग जाएगी" या "आपका यूपीआई चलना बंद हो जाएगा।"
अगर आप भी इन मैसेजेस को पढ़कर घबरा रहे हैं कि कहीं नए साल के पहले ही दिन पेमेंट अटक न जाए, तो गहरी सांस लीजिए। हकीकत उतनी डरावनी नहीं है जितनी बताई जा रही है। हम यहां एक-एक करके इन अफवाहों की परतें खोल रहे हैं ताकि आप बेफिक्र होकर अपना न्यू ईयर मना सकें।
सच (Google Pay PhonePe 30% Market Cap Rule Truth): बिल्कुल नहीं, यह कोरी अफवाह है। दरअसल, कहानी ये थी कि NPCI (जो यूपीआई को संभालता है) नहीं चाहता था कि किसी एक या दो ऐप्स का मार्केट पर पूरा कब्जा हो जाए। इसलिए उन्होंने 30% मार्केट कैप का नियम लाने की बात कही थी। कायदे से इसे लागू होना था, लेकिन करोड़ों यूजर्स की सुविधा को देखते हुए NPCI ने इसकी डेडलाइन बढ़ा दी है।
सीधी बात: अब नई डेडलाइन 31 दिसंबर 2026 है। यानी आने वाले पूरे एक साल तक आप बिंदास अपना फेवरेट ऐप (GPay, PhonePe, Paytm) यूज कर सकते हैं। आपको कोई नया ऐप डाउनलोड करने की जरूरत नहीं है।
सच (Inactive UPI ID Deactivation Rules in Hindi): यह नियम आधा सच है और आधा झूठ। लोग कह रहे हैं कि जल्दी से 10 रुपये भेज लो वरना आईडी डिलीट हो जाएगी। जबकि सच्चाई ये है कि यह नियम नया नहीं है, इसे 2023 में ही लाया गया था। इसका मकसद उन लोगों की आईडी बंद करना था जिन्होंने अपना मोबाइल नंबर ही बदल लिया है। सुरक्षा के लिए यह जरूरी है कि पुराने नंबर वाली आईडी बंद हो ताकि नया नंबर लेने वाले को दिक्कत न आए।
सीधी बात: अगर लंबे समय तक कोई ट्रांजेक्शन नहीं हुआ है और मोबाइल नंबर बदल चुका है, तब सुरक्षा कारणों से UPI ID डिएक्टिव की जा सकती है। हालांकि आमतौर पर बैंक या ऐप पहले यूजर को इसकी सूचना देते हैं। घबराने की कोई बात नहीं।
सच: यह बात डराने के लिए बढ़ा-चढ़ाकर कही जा रही है। हां, यह सच है कि 31 दिसंबर 2025 पैन-आधार लिंक करने की डेडलाइन है (खासकर कुछ मामलों में)। अगर आप लिंक नहीं करते, तो आपका पैन कार्ड इनऑपरेटिव (निष्क्रिय) हो जाएगा। इसका नुकसान यह होगा कि आपका टीडीएस (TDS) दोगुना कटेगा और इनकम टैक्स रिफंड नहीं मिलेगा।
सीधी बात: UPI सीधे PAN से नहीं, बल्कि बैंक अकाउंट से जुड़ा होता है। इसलिए PAN इनऑपरेटिव होने से UPI तुरंत बंद नहीं होता। बैंकिंग सेवाएं चलती रहेंगी, लेकिन पैन को जल्द से जल्द लिंक करवा लेना ही समझदारी है ताकि भविष्य में कोई पंगा न हो।
नए साल से जो चीजें बदल रही हैं, वो आपकी भलाई के लिए हैं। यूपीआई ऑटो-पे (UPI AutoPay) में अब ज्यादा पारदर्शिता होगी। यानी आपके जितने भी नेटफ्लिक्स या ईएमआई के ऑटोमैटिक पेमेंट सेट हैं, उन्हें देखना और मैनेज करना आसान हो जाएगा। साथ ही, फ्रॉड रोकने के लिए बैकग्राउंड में सिक्योरिटी थोड़ी टाइट की जा रही है, जिसका आम यूजर को पता भी नहीं चलेगा। इन बदलावों की कोई एक फिक्स तारीख नहीं है और ये पहले से चल रही प्रक्रियाओं का ही हिस्सा हैं।
कुल-मिलकर, अफवाहों पर ध्यान मत दीजिए। न तो आपका पेमेंट ऐप बंद हो रहा है और न ही बैंक अकाउंट फ्रीज हो रहा है। बस सतर्क रहिए, अपना पिन (PIN) किसी को मत बताइए और नए साल का जश्न धूमधाम से मनाइए।
Published on:
30 Dec 2025 04:47 pm
बड़ी खबरें
View Allटेक्नोलॉजी
ट्रेंडिंग
