
Diet to reduce pigmentation on face |फोटो सोर्स – Freepik
Food For Skin Pigmentation: हम सभी चाहते हैं हमारी स्किन क्लियर, ग्लोइंग और यंग नजर आए, लेकिन कई बार चेहरे की खूबसूरती को छीन लेते हैं डार्क दाग-धब्बे यानी पिगमेंटेशन। और ज्यादातर ये समस्या खास तौर पर चेहरे, गर्दन और आस-पास की त्वचा पर दिखती है, जिससे चेहरा मुरझाया हुआ और असमान रंग का लगने लगता है। जिसके कारण स्किन खूबसूरत नजर नहीं आती है और आप भी अंदर से आत्मविश्वास का अनुभव नहीं करते हैं। वहीं अगर आप अपने डाइट में कुछ हेल्दी डाइट को अपनाएं, तो ये धीरे-धीरे आपकी झाइयों को कम कर सकता है। आइए जानते हैं कुछ ऐसा डाइट जो पिगमेंटेशन को कम करने में आपकी मदद कर सकते हैं।
पिगमेंटेशन की मुख्य वजह शरीर में मेलेनिन नामक तत्व की असंतुलित मात्रा होती है। जब मेलेनिन का स्तर जरूरत से ज्यादा बढ़ जाता है, खासतौर पर सूर्य के संपर्क में आने से, तो चेहरे पर काले और भूरे निशान आने लगते हैं। लाइफस्टाइल में बदलाव और लगातार बढ़ रहे पॉल्यूशन के कारण भी लोग पिगमेंटेशन की शिकायत करते हैं।
पालक, ब्रोकली, तोरी जैसी हरी सब्जियों में भरपूर मात्रा में कैरोटेनॉयड्स और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। ये तत्व सूर्य की हानिकारक किरणों से त्वचा की रक्षा करते हैं और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं। इन्हें डाइट में शामिल करने से स्किन का नैचुरल ग्लो बढ़ता है और पिगमेंटेशन धीरे-धीरे कम होता है।
टमाटर में मौजूद लाइकोपीन एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो त्वचा को सूर्य की किरणों से होने वाले नुकसान से बचाता है और पिगमेंटेशन को हल्का करता है। दिलचस्प बात यह है कि टमाटर को हल्का पकाने से लाइकोपीन का अवशोषण बढ़ जाता है, जिससे इसका असर और भी बेहतर हो जाता है।
सैल्मन, ट्राउट और मैकेरल जैसी मछलियां ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन ई का बेहतरीन स्रोत हैं। ये न केवल स्किन इलास्टिसिटी और हाइड्रेशन बनाए रखते हैं, बल्कि समय से पहले आने वाले उम्र के लक्षणों को भी कम करते हैं।
गाजर में मौजूद बीटा-कैरोटीन और मिनरल्स त्वचा को अंदर से पोषण देते हैं। इसके एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स से लड़कर डलनेस और पिगमेंटेशन को घटाने में मदद करते हैं। आप चाहें तो गाजर को सलाद में खाएं या पीसकर फेस पैक के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
इसमें मौजूद पॉलीफेनोल्स सूरज की किरणों से स्किन की रक्षा करते हैं। विटामिन A, C, ओमेगा फैटी एसिड और जिंक की मौजूदगी पिगमेंटेशन को कम करने में मदद करती है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Updated on:
13 Aug 2025 10:24 am
Published on:
13 Aug 2025 10:01 am
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