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Jeera Kali Mirch Laung Powder: मौसम बदलते ही कमजोर पड़ती है इम्युनिटी?, जीरा, लौंग और काली मिर्च से पाएं तंदुरुस्ती

Jeera Kali Mirch Laung Powder: मौसम बदलने के साथ ही हमारी इम्युनिटी कमजोर पड़ सकती है। ऐसे में जीरा, लौंग और काली मिर्च पाउडर का सेवन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। ये तीनों मसाले आयुर्वेद में बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं और इनके कई स्वास्थ्य लाभ हैं।

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भारत

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MEGHA ROY

Jun 01, 2025

Immunity booster Powder cumin clove and pepper फोटो सोर्स – Freepik

Immunity booster Powder cumin clove and pepper फोटो सोर्स – Freepik

Jeera Kali Mirch Laung Powder Benefits: बदलते मौसम में सबसे ज्यादा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है, और अगर आपकी इम्युनिटी मजबूत नहीं है, तो मौसम का नकारात्मक प्रभाव जल्दी दिख सकता है। लेकिन आप अपनी इम्युनिटी को बूस्ट करने के लिए कुछ घरेलू उपाय अपना सकते हैं, जिससे आपकी सेहत तंदुरुस्त बनी रह सकती है।

ऐसे समय में रसोई में मौजूद मसालों का सही उपयोग करके आप असरदार आयुर्वेदिक इम्युनिटी बूस्टर तैयार कर सकते हैं। खासकर, जीरा, लौंग और काली मिर्च (Cumin Black Clove and Pepper Water Benefits) का सेवन करके आप अपनी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं। ये तीनों मसाले आयुर्वेद में बेहद महत्वपूर्ण माने जाते हैं और इनसे कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं।

इम्युनिटी बढ़ाना

काली मिर्च विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है, जो शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। ये तत्व शरीर को संक्रमण और बीमारी से लड़ने में सक्षम बनाते हैं। इसके अलावा, लौंग में भी एंटी-बैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो शरीर की सुरक्षा तंत्र को मजबूत करते हैं। इस तरह ये मसाले मिलकर आपकी इम्युनिटी को बेहतर बनाए रखते हैं।

पाचन तंत्र को मजबूत बनाना

जीरा और काली मिर्च दोनों ही पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मददगार होते हैं। जीरा में ऐसे तत्व होते हैं जो पाचन एंजाइम्स के उत्पादन को बढ़ाते हैं, जिससे खाना जल्दी और बेहतर तरीके से पचता है। वहीं, काली मिर्च में पाइपरिन नामक यौगिक होता है, जो मेटाबॉलिज्म को तेज करता है और गैस, बदहजमी जैसी समस्याओं को दूर करता है। नियमित सेवन से आपका पाचन तंत्र मजबूत होता है और पेट से जुड़ी कई परेशानियां कम होती हैं।

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गले की समस्याओं से राहत

गले में खराश या टॉन्सिलिटिस जैसी समस्याएं बहुत परेशान कर सकती हैं। इस मामले में लौंग और काली मिर्च प्राकृतिक राहत देने वाले विकल्प हैं। लौंग में एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजन कम करने वाले) और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो गले की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। वहीं, काली मिर्च गले को गर्माहट देती है, जिससे खराश और दर्द में आराम मिलता है।

सांस संबंधी समस्याओं से राहत

खांसी, जुकाम या सर्दी-जुकाम जैसी सांस की समस्याएं मॉनसून और सर्दियों में आम होती हैं। काली मिर्च और लौंग दोनों ही ऐसे प्राकृतिक उपचार हैं जो इन समस्याओं में आराम दिलाते हैं। काली मिर्च के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण गले की जलन को कम करते हैं और बलगम को ढीला करने में मदद करते हैं, जिससे सांस लेना आसान होता है। लौंग में मौजूद यूजेनॉल तत्व भी बलगम कम करता है और खांसी की समस्या को घटाता है।

जीरा, काली मिर्च और लौंग का सेवन कैसे करें (Cumin Black Clove and Pepper Water Benefits)

आप जीरा, लौंग और काली मिर्च को बराबर मात्रा में लेकर मिक्स कर सकते हैं और इसका सेवन शहद या पानी के साथ कर सकते हैं। साथ ही आप इन तीनों को पानी में मिलाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।इसके लिए रात को एक गिलास पानी में आधा चम्मच जीरा, 2-3 काली मिर्च और 2-3 लौंग डालकर भिगो दें। सुबह इस पानी को अच्छे से उबाल लें, फिर छानकर पी लें। इसे रोज सुबह खाली पेट सेवन करना फायदेमंद होता है।लेकिन ध्यान रखें कि काली मिर्च और लौंग की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसे लगातार लंबे समय तक पीने से बचें।

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।