
Healthy breakfast habits timing|फोटो सोर्स – Freepik
Late Breakfast Risk: सुबह का नाश्ता (Breakfast) हमारी डेली लाइफ का सबसे अहम हिस्सा माना जाता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर नाश्ता देर से किया जाए, तो यह सिर्फ एनर्जी लेवल ही नहीं बल्कि हेल्थ और लॉन्गिविटी पर भी असर डाल सकता है। हाल ही में हुई एक बड़ी स्टडी ने इस बात का खुलासा किया है कि अगर आप रोज़ाना नाश्ता देर से करते हैं तो इससे मौत का रिस्क बढ़ सकता है। इतना ही नहीं, देर से नाश्ता करने वालों में थकान, डिप्रेशन, नींद की खराब क्वालिटी और यहां तक कि ओरल हेल्थ जैसी समस्याएं भी ज्यादा देखने को मिलीं।आइए जानते हैं इस पर एक्सपर्ट्स की राय और हेल्दी ब्रेकफास्ट के लिए सही टाइमिंग।
शोध Massachusetts General Hospital और University of Manchester के वैज्ञानिकों ने मिलकर किया। इसमें 42 से 94 साल तक के करीब 3,000 लोगों को 22 साल तक ट्रैक किया गया। नतीजे हैरान करने वाले थे –हर एक घंटे देरी से नाश्ता करने पर मौत का रिस्क 8–11% तक बढ़ गया।जिन लोगों का नाश्ता देर से होता था, उनमें नींद की गड़बड़ी, थकान, डिप्रेशन और दांतों की समस्याएं ज्यादा पाई गईं।उम्र बढ़ने के साथ लोग देर से उठने और देर से खाने लगते हैं, जिससे दिन में खाने का समय सिकुड़ जाता है और शरीर की बॉडी क्लॉक गड़बड़ाने लगती है।
शरीर की Biological clock पाचन, हार्मोन और मेटाबॉलिज़्म को नियंत्रित करती है। सुबह जागने के 1–2 घंटे के भीतर खाना खाने से यह घड़ी संतुलित रहती है।सुबह देर से खाना शुरू करने पर शरीर देर तक एनर्जी से वंचित रहता है, जिससे थकान और ध्यान की कमी हो सकती है। जो लोग देर से नाश्ता करते हैं, उनमें अक्सर डिप्रेशन, थकान या डेंटल प्रॉब्लम्स जैसी पहले से मौजूद स्वास्थ्य समस्याएं छुपी हो सकती हैं।
वैज्ञानिकों के मुताबिक, बुजुर्गों में अक्सर यह आदत देखने को मिलती है। डिप्रेशन, दांतों की समस्या, थकान या मोबिलिटी इश्यू के कारण वे सुबह जल्दी खाना नहीं खा पाते। यही वजह है कि नाश्ता टाइम से करना उनके लिए और भी जरूरी हो जाता है।
Published on:
16 Sept 2025 03:56 pm
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