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Late Night Cravings: रात में लगती है भूख? हेल्दी स्नैक्स से करें कंट्रोल, एक्सपर्ट से जानें असरदार उपाय

Late Night Cravings: अगर आपको भी नाइट क्रेविंग्स की समस्या हो, तो ये कुछ स्मार्ट स्नैक्स हैं जिनसे आप अपनी क्रेविंग को शांत कर सकते हैं, जिससे वजन भी कंट्रोल में रहता है और पाचन भी दुरुस्त रहता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि नाइट क्रेविंग्स के लिए हेल्दी स्नैक्स कौन से हो सकते हैं।

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भारत

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MEGHA ROY

Jul 07, 2025

Healthy snacks for night cravings

Healthy snacks for night cravings फोटो सोर्स – Freepik

Late Night Cravings: रात के समय जब सब कुछ शांत हो जाता है, तो अक्सर हमारा पेट अचानक कुछ चटपटा या मीठा खाने की जिद करने लगता है। इस लेट नाइट क्रेविंग का असर न सिर्फ नींद पर पड़ता है, बल्कि इससे वजन बढ़ने और पाचन से जुड़ी समस्याएं भी शुरू हो सकती हैं। खासतौर पर उनके लिए जो वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं या इंटरमिटेंट फास्टिंग फॉलो करते हैं, यह आदत धीरे-धीरे बड़ी समस्या बन सकती है।
लेकिन क्या देर रात कुछ हेल्दी खाकर इस क्रेविंग को मैनेज किया जा सकता है? इसी विषय में हमने डायटीशियन पल्लवी कुमारी से बात की। उन्होंने कुछ स्मार्ट फूड ऑप्शन्स बताए, जो न सिर्फ भूख शांत कर सकते हैं, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद हैं। आइए जानते हैं कुछ आसान, स्वादिष्ट और पौष्टिक स्नैक्स जो लेट नाइट क्रेविंग्स को कंट्रोल करने में आपकी मदद करेंगे।

लेट नाइट क्रेविंग के कारण क्या हैं?

पल्लवी कुमारी (डायटिशियन, BHU, शोधार्थी) बताती हैं नाइट क्रेविंग्स अक्सर असंतुलित दिनचर्या, तनाव और अनियमित नींद का नतीजा होती हैं। दिनभर का गलत खानपान, पानी की कमी और देर रात तक जागना शरीर को बार-बार खाने के संकेत देता है। इसके अलावा जरूरत से ज्यादा स्क्रीन टाइम, बोरियत और मानसिक थकान भी रात में अचानक भूख बढ़ाने का कारण बनते हैं। हार्मोनल बदलाव, खासतौर पर ग्रेहलीन और लेप्टिन जैसे भूख नियंत्रित करने वाले हार्मोन्स में गड़बड़ी, क्रेविंग्स को बढ़ाती है। साथ ही, शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी भी इसका बड़ा कारण है। समय पर भोजन और पर्याप्त नींद लेकर आप इस आदत पर नियंत्रण पा सकते हैं।

कुछ हेल्दी ऑप्शन्स जो लेट नाइट क्रेविंग्स को कर सकते हैं शांत

गुनगुना दूध और हल्दी या दालचीनी

गर्म दूध में हल्दी या दालचीनी मिलाकर पीना देर रात की भूख को शांत करने का क्लासिक तरीका है। यह न सिर्फ शरीर को रिलैक्स करता है, बल्कि नींद भी बेहतर बनाता है। दूध में मौजूद ट्रिप्टोफैन एक नैचुरल स्लीप इंड्यूसर होता है।

केला और पीनट बटर

केला जल्दी डाइजेस्ट हो जाता है और इसमें मौजूद पोटैशियम मसल्स को रिलैक्स करने में मदद करता है। एक स्लाइस केले के साथ एक चम्मच नैचुरल पीनट बटर लें। यह कॉम्बिनेशन स्वादिष्ट, फाइबर-रिच और हेल्दी फैट्स से भरपूर होता है।

एयर-पॉप्ड पॉपकॉर्न

अगर आपको कुछ कुरकुरा और मूवी-स्टाइल स्नैक चाहिए, तो बिना बटर या अधिक नमक के एयर-पॉप्ड पॉपकॉर्न बढ़िया विकल्प है। इसमें फाइबर अधिक होता है और कैलोरी कम। चाहें तो ऊपर से हल्का सा ऑरिगेनो या चाट मसाला छिड़क सकते हैं।

ग्रीक योगर्ट में शहद और बीज

लो-फैट ग्रीक योगर्ट में थोड़ा सा शहद और कुछ फ्लैक्ससीड्स या चिया सीड्स मिलाएं। यह प्रोबायोटिक्स, प्रोटीन और हेल्दी फैट्स का बढ़िया कॉम्बिनेशन बनता है, जो पेट भी भरेगा और मीठा खाने की तलब भी शांत करेगा।

वेजिटेबल सूप

अगर आपकी क्रेविंग थोड़ी भारी खाने की है, तो लो-सोडियम वेजिटेबल सूप एक बेहतरीन ऑप्शन है। इसमें फाइबर, विटामिन्स और फ्लूइड्स होते हैं, जो पेट को शांत रखते हैं और वजन नहीं बढ़ाते।

सेब के स्लाइस और दालचीनी पाउडर

सेब न सिर्फ स्वाद में अच्छा होता है, बल्कि इसमें पेक्टिन नाम का फाइबर होता है, जो देर तक पेट भरा रखने में मदद करता है। ऊपर से हल्का सा दालचीनी पाउडर छिड़कने से मीठा खाने की क्रेविंग भी कम हो जाती है।

लेट नाइट स्नैकिंग से कैसे बचें? - एक्सपर्ट की राय

पल्लवी कुमारी (डायटिशियन, BHU, शोधार्थी) बताती हैं बताती हैं कि अगर लेट नाइट क्रेविंग्स को कम करना है तो सबसे जरूरी है कि आप दिनभर संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लें। जब शरीर को पूरा पोषण मिलेगा तो रात में बार-बार भूख लगने की समस्या अपने आप कम हो जाएगी। इसके साथ ही सोने का एक तय समय बनाएं क्योंकि देर रात तक जागने से ही बार-बार कुछ खाने की इच्छा बढ़ती है।
अक्सर हम यह समझ नहीं पाते कि जो भूख जैसी फीलिंग हो रही है, वह असल में शरीर में पानी की कमी का संकेत है। इसलिए हाइड्रेशन पर पूरा ध्यान दें। पल्लवी यह भी सलाह देती हैं कि घर में हेल्दी ऑप्शन पहले से रखें क्योंकि अगर आसपास सिर्फ चिप्स, कुकीज या अनहेल्दी स्नैक्स होंगे तो हम वही खा लेते हैं। बेहतर है कि ड्राई फ्रूट्स, मखाना या फलों जैसे हेल्दी विकल्प हमेशा मौजूद रखें ताकि भूख लगने पर भी हेल्दी चॉइस की जा सके।