
Toothbrush bacteria infection|फोटो सोर्स- Freepik
Oral Hygiene: सुबह उठते ही हम सभी सबसे पहले अपने मुंह की सफाई करते हैं, मगर वही टूथब्रश अगर हाइजेनिक न हो तो यह आपकी सुबह की फ्रेशनेस और सेहत दोनों को नुकसान पहुंचा सकता है। छोटा सा ब्रश आपकी मुस्कान को दर्द में बदल सकता है। जी हां, अगर टूथब्रश की सफाई न की जाए और समय पर न बदला जाए, तो यह मुंह में बैक्टीरिया, फंगस और इंफेक्शन फैलाने का बड़ा कारण बन सकता है।आइए जानें टूथब्रश की साफ-सफाई से जुड़ी जरूरी बातें और कैसे आप अपनी मुस्कान को बीमारियों से बचा सकते हैं। (Toothbrush Care Tips)
डेंटिस्ट की सलाह के अनुसार, हर 3 से 4 महीने में टूथब्रश बदलना बेहद जरूरी है। समय के साथ ब्रश के रेशे घिस जाते हैं, जिससे वे दांतों की गहराई से सफाई नहीं कर पाते। ऐसे घिसे हुए रेशे न सिर्फ कम असरदार होते हैं, बल्कि मसूड़ों को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा, पुराने ब्रश में बैक्टीरिया, फंगस और मोल्ड पनपने लगते हैं, जो ओरल हेल्थ के लिए गंभीर खतरा बन सकते हैं। वहीं, नया ब्रश दांतों को कैविटी, सांसों की दुर्गंध और मसूड़ों की बीमारियों से बचाने में मदद करता है।
चाहे आप साधारण टूथब्रश इस्तेमाल करें या इलेक्ट्रिक, दोनों की सफाई और समय पर बदलाव जरूरी है। इलेक्ट्रिक ब्रश के हेड को हर 3-4 महीने में बदलें, और अगर रेशे जल्दी घिस जाएं तो उससे पहले ही। हर इस्तेमाल के बाद ब्रश को धोकर सीधा खड़ा कर सूखने दें। बंद डिब्बे या एयरटाइट कंटेनर में न रखें, क्योंकि नमी में बैक्टीरिया पनपते हैं। सबसे जरूरी – ब्रश कभी शेयर न करें, इससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ता है।
Published on:
31 Aug 2025 03:24 pm
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