Sawan Fasting Tips 2025: सावन का महीना न सिर्फ धार्मिक आस्था और शिव भक्ति से जुड़ा होता है, बल्कि शरीर को डिटॉक्स करने और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने का भी एक अच्छा समय माना जाता है। इस दौरान बहुत से लोग सोमवार के व्रत के साथ-साथ इंटरमिटेंट फास्टिंग (Intermittent Fasting) भी करते हैं। लेकिन उपवास में फल खाना आम है, वहीं कुछ ऐसे फल भी हैं जिन्हें खाली पेट खाने से पेट में गड़बड़ी, गैस, एसिडिटी और ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव हो सकता है। आइए जानें ऐसे 6 फलों के बारे में जिन्हें सावन के व्रत या इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान खाली पेट खाने से बचना चाहिए।
अनानास में पाया जाने वाला ब्रोमेलेन एंजाइम खाली पेट लेने पर पेट में जलन, मिचली और एसिडिटी का कारण बन सकता है। यह पाचन को तेज करता है लेकिन खाली पेट लेने पर पेट की परत को नुकसान पहुंचा सकता है।
संतरा विटामिन C से भरपूर होता है, लेकिन इसमें सिट्रिक एसिड अधिक मात्रा में होता है। खाली पेट सेवन से यह एसिडिटी और पेट फूलने की समस्या को बढ़ा सकता है। खासतौर पर जिन लोगों को गैस या एसिड रिफ्लक्स की दिक्कत है, उन्हें इससे बचना चाहिए।
खाली पेट केला खाने से शरीर में मैग्नीशियम और पोटैशियम का असंतुलन हो सकता है। इसके अलावा, यह शुगर स्पाइक भी कर सकता है जिससे व्रत के दौरान कमजोरी या चक्कर आने की शिकायत हो सकती है।
अंगूर में प्राकृतिक शुगर अधिक होती है और ये खाली पेट खाने पर ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा सकता है। व्रत में जब शरीर पहले से एनर्जी की कमी झेल रहा होता है, ऐसे में अंगूर जैसी हाई-शुगर फूड से एनर्जी लेवल में असंतुलन आ सकता है।
पके आम में भी फ्रक्टोज और कैलोरी ज्यादा होती है, जिससे उपवास के दौरान शरीर पर अतिरिक्त लोड पड़ सकता है। इसे खाली पेट खाने से ब्लड शुगर बढ़ सकता है और सुस्ती महसूस हो सकती है।
हालांकि तरबूज में पानी भरपूर होता है, लेकिन खाली पेट खाने पर ये पाचन तंत्र को ठंडा कर देता है जिससे पेट में भारीपन और गैस की समस्या हो सकती है। इसमें मौजूद साइरूलिन और फाइबर खाली पेट अच्छी तरह प्रोसेस नहीं होते।
उपवास के दौरान हाइड्रेटेड रहना जरूरी है। पानी, नारियल पानी या शहद-नींबू पानी का सेवन करें।
हैवी फूड को खाने से बचें और सूप या उबले हुए आलू जैसे हल्के विकल्प चुनें।
तेल और मसालेदार भोजन से बचें क्योंकि ये पाचन को धीमा कर सकते हैं।
चिया सीड्स, सलाद और साबुत अनाज जैसे फाइबरयुक्त भोजन से पाचन तंत्र को स्वस्थ रखें।
व्रत के दौरान पर्याप्त नींद लें ताकि शरीर को आराम मिले और पाचन बेहतर हो सके।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Updated on:
06 Jul 2025 11:40 am
Published on:
06 Jul 2025 11:36 am