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इजराइल वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट में चौथी पोजीशन पर, जानिये क्या है खुशहाली का कारण

locationनई दिल्लीPublished: Mar 22, 2023 12:04:31 pm

Submitted by:

Namita Kalla

World Happiness Report 2023, Israel ranks 4th : वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट 2023 पिछले दिनों रिलीज़ हुई। इस रिपोर्ट के अनुसार जहां फ़िनलैंड पहले स्थान पर है वहीं इज़राइल चौथे स्थान पर है। क्या आप जानना चाहेंगे ऐसी क्या बात है इस देश में जो यह देश खुशहाली में दुसरे कई देशो से आगे है। जानने के लिए पढ़िए यह आर्टिकल।

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खुद पर निर्भर करती है खुशी…

Among world’s happiest country, Israel invests in human resources: ह्यूमन रिसोर्सेज में इन्वेस्ट करते हुए लाइफस्टाइल को कैसे अच्छा बनाया जा सकता है, यह कोई इजरायल से सीखे। वहां हर युवा को सिक्योरिटी फोर्सेज का हिस्सा बनना अनिवार्य है। लड़कियां 2 साल तक और लड़के 3 साल तक सेना में रहते हैं। यानी लड़का हो या लड़की, डिसिप्लिन और रूल्स समझने और पढऩे व जीवन में मजबूती से आगे बढऩे के लिए उन्हें सेना में 2-3 साल बिताने अनिवार्य है। इजरायल में किताबी ज्ञान से ज्यादा स्किल डेवलपमेंट पर जोर दिया जाता है। यहां स्टूडेंट्स को कोडिंग, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस, एंटरप्रेन्योरशिप, और गूगल स्लाइड इन्स्टॉलिंग आदि अनिवार्य तौर पर सिखाए जाते हैं। इससे उनकी प्रैक्टिस होती है और वर्क एफिशिएंसी बढ़ती है। ऐसे और क्या कारण है जिनकी वजह से यह देश सबसे ‘खुशाल’ देशों में से है, जानने के लिए पढ़िए यह आर्टिकल।


Military services mandatory for youth
: इजरायल में 18 साल से अधिक आयु के सिटिजंस के लिए मिलिट्री एनलिस्टमेन्ट जरूरी है। हायर एजुकेशन वाले स्टूडेंट्स को आवश्यक रूप से आर्मी में जाना होता है। वे 21-22 वर्ष आयु के होने तक सेकेंडरी स्टडीज शुरू नहीं करते। मिलिट्री सर्विस के दौरान वे लीडरशिप और कमिटमेंट जैसे मूल्य भी सीखते हैं। इस दौरान उन्हें हायर एजुकेशन और फ्यूचर में ऑप्शन्स के बारे में बताया जाता है। आइडीएफ (IDF) इजरायल के सबसे महत्वपूर्ण संस्थानों में शामिल है। यह वहां की इकॉनमी, कल्चर, पॉलिटिक्स और एजुकेशन को प्रभावित करता है। मिलिट्री सर्विसेज और एजुकेशन में लो-कॉस्ट की वजह से ही इजरायल एजुकेशन सेक्टर में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

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No exam fear, students believe in learning from failure
: इजरायल के जाने-माने इनोवेशन स्पेशलिस्ट डैन्यल वाइल का कहना है, यहां के स्टूडेंट्स फेलियर से नहीं डरते, उसे जीवन का हिस्सा, सीखने के लिए मजबूत सबक और आगे बढऩे का रास्ता मानते हैं। यहां बच्चे और युवा इससे बचने का रास्ता नहीं खोजते बल्कि फेलियर से सीख कर जीतने का जज्बा रखते हैं।’ यहां की एजुकेशन में एक और अनोखी बात है, इजरायल के स्टूडेंट्स केवल एक बार परीक्षा देते हैं। वह भी तब, जब वे 17-18 साल के हो जाते हैं। इसके बाद मिलिट्री सर्विस जॉइन करते हैं। जो एग्जाम में पास नहीं होते, वे कंपल्सरी मिलिट्री सर्विस पूरी करने के बाद भी फिर एक बार एग्जाम दे सकते हैं।

STEM for girls : यहां साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथ (स्टेम/ STEM) एक ऐसा पंचवर्षीय प्रोग्राम है जिसमें लड़कियों को एडिशनल ट्रेनिंग दी जाती है। इसमें लीडरशिप स्किल्स और कॉन्फिडेंस डेवेलोप किया जाता है। इसमें मिडिल और हाई स्कूल की उन स्टूडेंट्स को प्राथमिकता दी जाती है जो आमतौर पर साइंस या टेक्नोलॉजी से जुड़े फील्ड नहीं चुनतीं। डैन्यल वाइल कहते हैं, ‘इजराइल में नेचुरल रिसोर्सेज की कमी है इसलिए यहां ह्यूमन रिसोर्सेज पर ज्यादा इन्वेस्ट किया जाता है। इसीलिए एजुकेशन को इम्पोर्टेंस दी जाती है और देश को आगे बढ़ाने के लिए ह्यूमन रिसोर्सेज का बेहतर उपयोग किया जाता है। यहां तक कि स्पेशल नीड्स वाले बच्चों को पढ़ाना भी आवश्यक होता है। उन्हें साइंटिफिक इनोवेशन के जरिए स्पेशल एजुकेशन दी जाती है।

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