Yoga At Night For Better Sleep: रात में ओवरथिंकिंग एक आम समस्या हो सकती है, जो मानसिक शांति को भंग कर देती है और नींद की गुणवत्ता को प्रभावित करती है। दिनभर की भागदौड़ और तनाव के कारण दिमाग शांत नहीं हो पाता, जिससे सोने में देर हो सकती है या बार-बार नींद टूटती है। ऐसे में योगासन एक सरल और प्राकृतिक उपाय है, जो न केवल मन को शांत करता है बल्कि शरीर को भी रिलैक्स करता है। कुछ आसान योग अभ्यास ऐसे हैं, जिन्हें रात को सोने से पहले करने से तनाव कम होता है, ओवरथिंकिंग में राहत मिलती है और गहरी नींद आना आसान हो जाता है। आइए जानते हैं कुछ असरदार योगासन, जिन्हें अपनाकर आप रात में बेहतर नींद पा सकते हैं और मन को शांति दे सकते हैं।
बालासन एक सरल और आरामदायक योगासन है जो तनाव और चिंता को दूर करने में मदद करता है। यह पीठ, कंधों और गर्दन की मांसपेशियों को राहत देता है और मन को गहरी शांति प्रदान करता है।
कैसे करें: घुटनों के बल बैठ जाएं और धीरे-धीरे झुकते हुए माथा जमीन पर टिकाएं। दोनों हाथों को आगे की ओर फैलाएं और आंखें बंद करके गहरी सांस लें। इस स्थिति में कुछ देर स्थिर रहें।
वज्रासन न केवल पाचन को सुधारने में मदद करता है, बल्कि यह मन को भी शांत करता है। रात को भोजन के बाद यह योगासन करने से मानसिक तनाव कम होता है और ओवरथिंकिंग से राहत मिलती है।
कैसे करें: घुटनों के बल बैठ जाएं और एड़ियों पर शरीर का भार टिकाएं। दोनों हाथों को घुटनों पर रखें, पीठ सीधी रखें और गहरी सांस लें। इस स्थिति में कुछ मिनट तक बैठें।
भुजंगासन छाती को खोलने और तनाव कम करने में मदद करता है। यह दिमाग को शांति देता है और दिनभर की थकान व चिंता से राहत प्रदान करता है, जिससे नींद में सुधार हो सकता है।
कैसे करें: पेट के बल लेट जाएं, हथेलियों को कंधों के नीचे रखें और धीरे-धीरे छाती और सिर को ऊपर उठाएं। कोहनियों को थोड़ा मोड़ें और गर्दन सीधी रखें। कुछ सेकंड इस स्थिति में रहें और फिर धीरे से वापस आ जाएं।
शवासन एक बहुत ही शांत और गहरी विश्रांति देने वाला आसन है। यह शरीर और मन को पूरी तरह से रिलैक्स करता है, जिससे ओवरथिंकिंग कम होती है और नींद अच्छी आती है।
कैसे करें: पीठ के बल लेट जाएं, हाथ और पैर थोड़े अलग रखें। हथेलियाँ ऊपर की ओर और आंखें बंद रखें। ध्यान सिर्फ अपनी सांस पर केंद्रित करें और शरीर को ढीला छोड़ दें।
यह एक प्रभावी श्वास तकनीक है जो दिमाग को शांत करती है और तनाव को दूर करती है। नियमित अभ्यास से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है और नकारात्मक विचारों से राहत मिलती है।
कैसे करें: एक नासिका को अंगूठे से बंद करें और दूसरी नासिका से धीरे-धीरे सांस लें। फिर उसी प्रक्रिया से सांस छोड़ें और दूसरी नासिका से दोहराएं। इस क्रिया को रोज 2–3 मिनट तक करें। आप धीरे-धीरे समय बढ़ा भी सकते हैं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Updated on:
14 Jun 2025 12:18 pm
Published on:
14 Jun 2025 12:17 pm