
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूसरे कार्यकाल में लगातार युवाओं के रोजगार पर ध्यान दिया जा रहा है। इसी सिलसिले में अब प्रदेश सरकार ने होमगार्ड स्वयंसेवकों को बड़ा तोहफा दिया है। जिसके मुताबिक, अब प्रदेश में अब हर साल 12 हजार होमगार्ड स्वयंसेवकों की भर्ती की जाएगी। यानी कि चार साल में करीब 48 हजार भर्ती प्रक्रिया की जाएगी। इसमें 20 फीसदी पद महिलाओं के लिए आरक्षित होंगे। सरकार द्वारा यह फैसला सुरक्षा के मध्य नजर लिया गया है और साथ ही साथ उत्तर प्रदेश में इससे रोजगार भी बढ़ेगा।
पांच हजार पद महिलाओं लिए आरक्षित
बता दें, होमगार्ड विभाग ने अपनी कार्ययोजना में भर्तियों को भी शामिल किया है। जिसमें होमगार्ड के कुल 1,18,348 पद स्वीकृत हैं, जबकि लगभग 34 हजार पद रिक्त हैं। वहीं अगले चार वर्षों में 15700 होमगार्ड रिटायर हो जाएंगे। ऐसे में हर साल 12 हजार होमगार्ड्स की भर्ती में 20 फीसदी के हिसाब से पांच हजार पद महिलाओं लिए आरक्षित होंगे।
स्वास्थ्य बीमा की मिलेगी सुविधा
होमगार्ड विभाग ने होमगार्ड स्वयंसेवकों के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा कराने की भी योजना शामिल की है। इसके अलावा छह माह की कार्ययोजना में होमगार्ड को ड्यूटी भत्ते के साथ एक दिन का साप्ताहिक अवकाश भी दिया जाएगा। साथ ही 100 दिनों की कार्ययोजना में महिला होमगार्ड को मातृत्व अवकाश देने का प्रस्ताव भी तैयार किया गया है।
गैर जिले में ड्यूटी पर मिलेगा ज्यादा भत्ता
विभाग ने अपनी 100 दिनों की कार्ययोजना में अंतर जनपदीय ड्यूटी के लिए भेजे जाने वाले होमगार्ड को प्रतिदिन 150 रुपये भत्ता देने का प्रस्ताव रखा है। पहले केवल 30 रुपये प्रतिदिन भत्ता दिया जाता था। विभाग ने माना कि किसी दूसरे जिले में मात्र 30 रुपये में रहने व खाने का खर्च पूरा होने की कल्पना भी संभव नहीं है। एक आकलन के अनुसार एक महीने में औसतन 10 हजार होमगार्ड अंतर जनपदीय ड्यूटी पर भेजे जाते हैं।
Published on:
10 May 2022 03:10 pm
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