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Akhilesh Yadav Eidgah: ऐशबाग ईदगाह में रोके जाने पर अखिलेश यादव का बड़ा आरोप, कहा – लोकतंत्र को सबसे बड़ा खतरा बीजेपी से

Akhilesh Yadav On BJP: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने लखनऊ के ऐशबाग ईदगाह में ईद की नमाज के दौरान पुलिस द्वारा रोके जाने को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पुलिस ने जानबूझकर उन्हें आधे घंटे तक रोका, जो लोकतंत्र के खिलाफ है। साथ ही, उन्होंने बीजेपी सरकार पर संविधान विरोधी नीतियां अपनाने का आरोप लगाया।

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लखनऊ

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Ritesh Singh

Mar 31, 2025

अखिलेश यादव ने ऐशबाग ईदगाह में रोके जाने पर पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

अखिलेश यादव ने ऐशबाग ईदगाह में रोके जाने पर पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

Akhilesh Yadav Eidgah Lucknow : समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ऐशबाग ईदगाह में ईद की नमाज के दौरान पुलिस द्वारा रोके जाने को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने जानबूझकर उन्हें आधे घंटे तक रोके रखा और इससे पहले इतनी कड़ी बैरिकेडिंग कभी नहीं की गई थी।

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अखिलेश यादव का आरोप: 'लोकतंत्र और संविधान पर खतरा'

  • ईदगाह के बाहर पत्रकारों से बातचीत के दौरान अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा,
  • "लोकतंत्र और संविधान को सबसे बड़ा खतरा बीजेपी से है। देश को संविधान से नहीं, बल्कि बीजेपी से चलाया जा रहा है।"
  • उन्होंने कहा कि इससे पहले वे हमेशा ऐशबाग ईदगाह आते रहे हैं, लेकिन इस बार उन्हें जानबूझकर रोका गया, जो कि लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।

स्वास्थ्य सेवाओं और प्रशासनिक घोटालों पर भी उठाए सवाल

  • अखिलेश यादव ने सरकारी अस्पतालों में इलाज और दवाओं की कमी का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि मरीजों को समय पर सही इलाज नहीं मिल रहा है, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हो रही हैं।
  • सरकारी अस्पतालों में दवाओं की भारी कमी है।
  • गरीब मरीजों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है।
  • सरकार स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान देने के बजाय झूठे दावे कर रही है।
  • इसके अलावा, उन्होंने IAS अधिकारियों के भ्रष्टाचार और घोटालों को लेकर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि
  • "योगी सरकार में बड़े पैमाने पर घोटाले हो रहे हैं। IAS अफसर घोटालों में फंसकर फरार हो रहे हैं, लेकिन सरकार उन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।"

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पुलिस की सफाई: सुरक्षा कारणों से रोका गया था

अखिलेश यादव के आरोपों पर लखनऊ पुलिस ने सफाई दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा कारणों से वीआईपी मूवमेंट को रेगुलेट किया गया था। ईदगाह के आसपास भीड़ अधिक थी, इसलिए पूर्व मुख्यमंत्री की सुरक्षा के मद्देनजर कुछ समय के लिए उन्हें रोका गया था।

  • वीआईपी मूवमेंट के दौरान सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया गया।
  • पुलिस का इरादा किसी को परेशान करना नहीं था।
  • भीड़ अधिक होने के कारण एहतियात के तौर पर कुछ देर इंतजार करने को कहा गया।

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बीजेपी ने किया पलटवार

  • भाजपा नेताओं ने अखिलेश यादव के आरोपों को खारिज किया और कहा कि वे सिर्फ सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए बेवजह विवाद खड़ा कर रहे हैं।
  • बीजेपी प्रवक्ता ने कहा: "सपा प्रमुख को हर चीज में राजनीति दिखती है। पुलिस ने अपनी ड्यूटी निभाई है, न कि किसी को जानबूझकर रोका।"
  • योगी सरकार के मंत्री ने कहा: "अखिलेश यादव को हर मुद्दे पर झूठ बोलने की आदत हो गई है। वे सिर्फ सुर्खियों में बने रहने के लिए यह सब कह रहे हैं।"

सियासी घमासान जारी

अखिलेश यादव के इस बयान के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। सपा कार्यकर्ताओं ने इस मुद्दे को लेकर बीजेपी सरकार पर हमला बोलना शुरू कर दिया है। वहीं, बीजेपी नेताओं ने इसे 'राजनीतिक ड्रामा' करार दिया है।

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क्या यह चुनावी मुद्दा बनेगा

  • राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मुद्दा आने वाले चुनावों में बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन सकता है।
  • सपा इस मुद्दे को अल्पसंख्यक वोट बैंक को साधने के लिए इस्तेमाल कर सकती है।
  • बीजेपी इसे कानून-व्यवस्था से जोड़कर विपक्ष पर हमला बोल सकती है।
  • पुलिस प्रशासन इस मामले को तूल न देने की कोशिश कर रहा है।

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ऐशबाग ईदगाह में पुलिस द्वारा रोके जाने के मामले ने राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है। अखिलेश यादव इसे लोकतंत्र और संविधान के खिलाफ बता रहे हैं, जबकि पुलिस इसे सुरक्षा कारणों से उठाया गया कदम कह रही है। बीजेपी और सपा के बीच इस मुद्दे को लेकर तू-तू मैं-मैं जारी है। आने वाले दिनों में यह मामला और तूल पकड़ सकता है।