- 14 अप्रैल को Dr. Bhimrao Ambedkar Jayanti की 130वीं जयंती है
- Ambedkar Jayanti पर भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस की अपनी-अपनी तैयारी
पत्रिका न्यूज नेटवर्कलखनऊ. 14 अप्रैल को 'संविधान निर्माता' डॉ. भीमराव आंबेडकर की 130वीं जयंती (
Bhimrao Ambedkar Jayanti) है। आजीवन जाति-व्यवस्था के खिलाफ लड़ने वाले 'भारत रत्न' बाबा साहेब इन दिनों यूपी की राजनीति (
UP Politics) का केंद्र बिंदु बने हुए हैं। सूबे के तमाम राजनीतिक दलों का दावा है कि सिर्फ उनकी ही पार्टी आंबेडकर के विचारों और सिद्धातों पर चल रही है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आंबेडकर जयंती को समरसता दिवस के रूप में मनाने का ऐलान किया है वहीं, समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने इस दिन 'बाबा साहेब वाहिनी' गठित करने और दलित दिवाली मनाने के आह्वान कर सियासी सरगर्मी बढ़ा दी है। बाबा साहेब के विचारों पर चलने का दावा करते हुए कांग्रेस पार्टी (Congress) आंबेडकर जयंती के दिन दलित बस्तियों में लोगों को बाबा साहेब के सिद्धांतों और विचारों को बताएगी। इन सबके बीच बसपा (Bahujan Samaj Party) खेमे में बेचैनी है, लेकिन अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। उम्मीद है कल प्रेसवार्ता में मायावती (Mayawati) यह बताने की पुरजोर कोशिश करेंगी कि बहुजन समाज पार्टी ही आंबेडकर के सिद्धांतों और विचारों पर चलने वाली एकमात्र पार्टी है।