
निपटा लें बैंकिंग से जुड़े सारे जरूरी काम, आठ दिनों तक बंद रहेंगे बैंक
लखनऊ. आम आदमी से जुड़ी बेहद अहम खबर है। दरअसर मार्च के महीने में बैंक लगातार 8 दिनों तक बंद रहेंगे। लिहाजा अगले महीने कुल आठ दिनों तक बैंकों में कोई काम नहीं होने वाला। इतने लंबे समय तक बैंक में सभी काम बंद रहने की वजह से अकाउंट से पैसे या चेक के लेन देन का काम नहीं हो पाएगा। एटीएम पर भी कैश की किल्लत हो सकती है। इसलिए बेहतर रहेगा कि समय रहते आप अपनी तैयारियां कर लें, नहीं तो आपको भारी मश्किल का सामना करना पड़ सकता है।
8-15 मार्च तक आठ दिनों तक सरकारी बैंक रहेंगे बंद
लखनऊ के एक सरकारी बैंक अधिकारी के मुताबिक अगले महीने 8 मार्च से 15 मार्च के बीच सरकारी बैंकों में काम पूरी तरह से ठप्प रहेगा। इस हिसाब से मार्च के दूसरे हफ्ते में बैंक से जुड़ा कोई भी काम होना मुश्किल है।
- 8 मार्च को रविवार होने की वजह से बैंक रहेंगे बंद,
- 9 मार्च-10 मार्च को होली की वजह से बैंक रहेंगे बंद,
- 11 मार्च से 13 मार्च तक सरकारी बैंकों की यूनियन बैंक एंप्लॉयी फेडरेशन ऑफ इंडिया (BEFI) और ऑल इंडिया बैंक एंप्लॉयी असोसिएशन (AIBEA) ने अपनी मांगों को लेकर किया देशव्यापी हड़ताल का ऐलान,
- 14 मार्च और 15 मार्च को दूसरा शनिवार और रविवार होने के कारण बैंक रहेंगे बंद
बैंक बंद होने से हो सकती हैं यह दिक्कतें
बैंक अधिकारी के मुताबिक मार्च के दूसरे हफ्ते में लगातार 8 दिन तक बैंकों में काम बंद रहेगा। जिसका असर आपके व्यापार और घरेलू कामों पर पड़ सकता है। अधिकरी के मुताबिक मार्च के दूसरे हफ्ते में जब बैंक बंद रहेंगे तो आप चेक को कैश कराने से जुड़ा कोई काम नहीं कर पाएंगे। इसके साथ ही बैंकों से नकदी निकालने और जमा करने का काम भी पूरी तरह से ठप्प रहेगा। अधिकारी ने बताया कि बैंक बंद रहने के दौरान होने वाली परेशानियों से बचने के लिए आप अपने रोजमर्रा के कामों को मार्च के पहले हफ्ते में ही निपटा लें। जिससे बैंकिंग से जुड़े आपके किसी भी काम में कोई रुकावट न आए।
बैंक हड़ताल की वजह
बैंक हड़ताल कर रहे यूनियन बैंक एंप्लॉयी फेडरेशन ऑफ इंडिया (BEFI) और ऑल इंडिया बैंक एंप्लॉयी असोसिएशन (AIBEA) के पधाधिकारियों ने बताया कि बैंक कर्मचारी अपनी सैलरी की मांग को लेकर 11 मार्च से 13 मार्च तक हड़ताल पर जा रहे हैं। उनका कहना है कि हर पांच साल में बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों की सैलरी रिवाइज होती है। इस नियम के तहत सरकार ने 2012 में तो सैलरी रिवाइज की, लेकिन उसके बाद इस पर कोई कदम नहीं उठाया गया। इसके आलावा बैंक यूनियनों ने सरकार से दो विकली ऑफ की मांग भी की थी, लेकिन इस मांग को भी अभी तक पूरा नहीं किया गया। इसलिए इन सभी मांगों को लेकर बैंक कर्मचारियों ने एक बार फिर हड़ताल पर जाने का फैसला किया है।
Updated on:
26 Feb 2020 02:21 pm
Published on:
26 Feb 2020 10:38 am
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