
बाइक बोट घोटाले में ताबड़तोड़ छापेमारी, 2.25 लाख निवेशकों से हुई तीन से चार हजार करोड़ रुपये की ठगी
लखनऊ. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पोंजी घोटाले में शामिल नोएडा की कंपनी बाइक बोट के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली और यूपी के नोएडा और लखनऊ समेत करीब 12 जगहों पर छापे मारकर बड़ी संख्या में घोटाले से जुड़े दस्तावेज और संपत्तियों के कागजात जब्त किए गए। दरअसल ग्रेटर नोएडा बाइक बोट टैक्सी सेवा पर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान तथा हरियाणा समेत कई राज्यों में 2.25 लाख निवेशकों से 3,000 से 4,000 करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोप है। नोएडा पुलिस ने बाइक बोट कंपनी के प्रमुख संजय भाटी समेत कंपनी के 12 से अधिक अधिकारियों को जेल भेज दिया है, जबकि कुछ लोग अब भी फरार हैं। बाइक बोट घोटाले में सीबीआई की जांच से पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुकदमा दर्ज कर इस मामले में लोगों को नोटिस भेजे थे। इनसे लेन-देन का पूरा हिसाब लिया गया था।
2018 में शुरू हुई बाइक बोट
बाइक बोट के नाम से ठग कंपनी चलाने वाला मुख्यारोपी संजय भाटी केमिकल इंजीनियर है। वह हजारों करोड़ के घोटाले के आरोप में जेल में है। उसने 2010 में गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड का गठन किया था। इसी कंपनी ने फरवरी, 2018 में बाइक बोट के नाम से स्टार्टअप शुरू किया।
क्या है बाइक बोट घोटाला
बाइक बोट कंपनी ने लोगों को लुभाने के लिए यह स्कीम प्रारम्भ की। इससे जुड़ने वाले लोगों से 62 हजार 100 रुपये का निवेश कराकर उन्हें हर माह नौ हजार 765 रुपए की कमाई का लालच दिया जाता था। इसके अलावा अधिक बाइक लगवाने पर निवेशक को महंगी गाड़ियां और अन्य तोहफे भी दिए जाते थे। जिसके लालच में फंस कर लोग खुद तो निवेश करते ही थे, अन्य लोगों का भी निवेश करा देते थे। ठगी का शिकार होने वाले लोगों में सबसे अधिक सेवानिवृत्त फौजियों की है।
50 शहरों में एप लॉन्च किया
कंपनी ने करीब 50 शहरों में एप लॉन्च किया। फिर इसकी मदद से बाइक बुक की जाती थी। ये ओला और उबर जैसी बाइक टैक्सी सर्विस थी। इसके बाद बाइक टैक्सी में निवेश के नाम पर देश भर में लोगों से पैसा ठगा गया।
ठगी का पैसा विदेशों में गया
बाइक बोट कंपनी के माध्यम से हुई ठगी का पैसा विदेश भेजा जा चुका है। इस ठगी का शिकार हुए लाखो लोगों का करोड़ों रुपये विदेशों में निवेश किए जाने के साक्ष्य पुलिस को मिले। ऐसे में ठगी के पैसे से खरीदी गई संपत्ति को भी पुलिस अटैच करेगी।
500 से ज्यादा मामले दर्ज
उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार, मध्य प्रदेश, सहित देश के कई राज्यों से पांच लाख से अधिक निवेशकों ने इस कंपनी में पैसे लगाए थे। जब कंपनी के मालिक संजय भाटी, सचिन भाटी, पवन भाटी, आदेश भाटी, राजेश भारद्वाज, करण पाल, दीप्ति बहल, विजयपाल कसाना आदि ने निवेशकों से हजारों करोड़ रुपये इकट्ठा कर लिए तो वे धोखा देकर फरार हो गए। इस मामले में नोएडा में 50 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं, जबकि देश के विभिन्न जगहों पर 500 मामले दर्ज हो चुके हैं।
Published on:
24 Feb 2020 10:21 am
