
लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के कुंडा विधानसभा सीट काफी चर्चा में रही। एक बार फिर से गोंडा विधानसभा सीट चर्चा में बनी हुई है। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने विधानसभा चुनाव में प्रतापगढ़ के कुंडा से भाजपा प्रत्याशी रही सिंधुजा मिश्रा सेनानी की याचिका पर चुनाव आयोग से एक हफ्ते में जवाब मांगा है
लगाए गए यह आरोप
सिंधुजा ने अपनी याचिका में आरोप लगाए हैं कि चुनाव के दौरान उनकी शिकायत पर चुनाव आयोग ने संज्ञान नहीं लिया। जिससे विपक्षी प्रत्याशियों व उनके समर्थकों के हौसले बुलंद हो गए। प्रत्याशियों व उनके लोगों ने चुनाव में गाइडलाइन का जमकर उल्लंघन किया। यही नहीं 30 बूथों पर 80% से अधिक बोगस वोटिंग कराई गई। सैकड़ों ऐसे लोगों का वोट डाला गया जो पहले ही मृत हो चुके हैं। मतदान के दिन जो दूसरे प्रांत में थे उनका भी वोट पड़ गया। भारतीय जनता पार्टी की की प्रत्याशी मिश्रा की इस शिकायत पर कोर्ट ने संज्ञान लिया है और चुनाव आयोग से जवाब तलब किया गया है।
न्यायमूर्ति ने चुनाव आयोग को दिए निर्देश
भाजपा प्रत्याशी सिंधुजा मिश्रा की शिकायत पर न्यायमूर्ति अताउरहमान मसूरी व न्यायमूर्ति नरेंद्र कुमार जौहरी की खंडपीठ ने केंद्रीय चुनाव आयोग को आदेश दिया है कि मामले में सप्ताह भर में अपना जवाब पेश करें साथ ही कोर्ट ने वहां से चुनाव लड़े सभी प्रत्याशियों को याचिका में पक्षकार बनाने की भी याची को अनुमति दे दी है।
राजा भैया जीते हैं चुनाव
कुंडा विधानसभा सीट से सत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया विजयी हुए हैं। ऐसे में अगर भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार सिंधुजा मिश्रा के आरोपों को इलेक्शन कमिशन की जांच में सही पाए गया तो राजा भैया की जीत का जश्न फीका पड़ सकता है। बताते चले कि समाजवादी पार्टी ने कभी रघुराज प्रताप सिंह के करीबी रहे गुलशन यादव को चुनाव में उम्मीदवार बनाया था भारतीय जनता पार्टी से सिंधुजा मिश्रा चुनाव मैदान में थे।
Updated on:
16 Mar 2022 03:06 pm
Published on:
16 Mar 2022 03:03 pm
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