
पत्नी की शिकायत से खुला रहस्य, कब्र से निकाला गया युवक का शव, पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया (फोटो सोर्स : Police Media Cell )
Buried Truth Unearthed: दरियाबाद थाना क्षेत्र से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां चार महीने पहले दफन किए गए एक युवक के शव को न्यायालय के आदेश पर कब्र से बाहर निकाला गया। पत्नी की शिकायत के बाद सामने आए इस मामले ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। पुलिस ने राजस्व टीम की मौजूदगी में पूरी कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए शव को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया है, ताकि मौत के असली कारणों का पता लगाया जा सके।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, नगर कोतवाली क्षेत्र में रहने वाली महिला किरन ने न्यायालय में एक प्रार्थना पत्र दाखिल कर गंभीर आरोप लगाए थे। उसने बताया कि वह पिछले 13 वर्षों से अपने पति और बच्चों के साथ बाराबंकी शहर में किराए के मकान में रह रही थी। उसका पति सरजू, दरियाबाद थाना क्षेत्र के डीहा मजरे वीर किठाई गांव का मूल निवासी था। सरजू का अपने पैतृक गांव में संपत्ति को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था, जिसके कारण वह बार-बार गांव आता-जाता रहता था।
मामले की गंभीरता तब और बढ़ गई जब करीब चार महीने पहले सरजू एक बार फिर संपत्ति के बंटवारे को लेकर अपने गांव गया था, लेकिन उसके बाद वह वापस नहीं लौटा। जब पत्नी किरण ने पति की कोई खबर न मिलने पर ससुराल पक्ष से संपर्क किया, तो उसे बताया गया कि सरजू की मृत्यु हो चुकी है और उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है। महिला का आरोप है कि उसे न तो समय पर सूचना दी गई और न ही अंतिम संस्कार में शामिल होने दिया गया।
किरन के अनुसार जब उसने इस विषय में अपने ससुराल पक्ष से बात करने की कोशिश की, तो कथित रूप से उसके देवर ने उसके साथ मारपीट की। इस घटना के बाद महिला ने न्याय की गुहार लगाते हुए न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। न्यायालय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम कराने का आदेश जारी किया।
न्यायालय के आदेश के अनुपालन में पुलिस ने राजस्व विभाग की टीम के साथ मिलकर कार्रवाई की। पूरी कार्यवाही मजिस्ट्रेट की निगरानी में की गई, ताकि कानूनी प्रक्रिया में किसी प्रकार की त्रुटि न रह जाए। निर्धारित प्रक्रिया के तहत कब्र को खोदकर शव को बाहर निकाला गया और आवश्यक पंचनामा भरने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल स्थित पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया। अधिकारियों के मुताबिक, शव की स्थिति काफी हद तक खराब हो चुकी है, क्योंकि दफन किए जाने के बाद करीब चार महीने का समय बीत चुका है। इसके बावजूद, फॉरेंसिक टीम द्वारा नमूने सुरक्षित किए गए हैं, ताकि वैज्ञानिक तरीके से मौत के कारणों की जांच की जा सके। डॉक्टरों की टीम से उम्मीद है कि पोस्टमार्टम और लैब रिपोर्ट के आधार पर मृत्यु का वास्तविक कारण स्पष्ट हो सकेगा।
इस मामले को लेकर पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जांच पूरी तरह निष्पक्ष तरीके से की जा रही है। दरियाबाद थाना पुलिस का कहना है कि अभी मामले में किसी को आरोपी घोषित नहीं किया गया है, और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं राजस्व अधिकारियों ने भी इस कार्रवाई को न्यायालय के आदेश का अनुपालन बताते हुए इसे पूरी तरह पारदर्शी बताया है।
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार इस घटना के बाद गांव में सनसनी फैल गई है। लोग तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे हैं और हर कोई सच्चाई सामने आने का इंतजार कर रहा है। गांव वालों का कहना है कि अगर मौत सामान्य थी तो शव को दोबारा निकालने की जरूरत नहीं पड़ती, लेकिन यदि इसमें कोई साजिश या अपराध सामने आता है तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। पीड़िता किरण ने बताया कि उसे आज भी शक है कि उसके पति की मौत स्वाभाविक नहीं थी। उसका कहना है कि संपत्ति विवाद के कारण ही इस साजिश को अंजाम दिया गया होगा और उसके पति की हत्या की गई होगी। उसने प्रशासन से मांग की है कि उसे और उसके बच्चों को न्याय दिलाया जाए और जो भी दोषी हो, उसे कानून के अनुसार सजा दी जाए।
फिलहाल पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि सरजू की मौत दुर्घटना थी, बीमारी के कारण हुई या फिर किसी ने उसकी हत्या की है। प्रशासन का कहना है कि मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
संबंधित विषय:
Published on:
09 Dec 2025 03:00 am
बड़ी खबरें
View Allलखनऊ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
