
लखनऊ. रायबरेली के ऊंचाहार में बॉयलर ब्लास्ट होने से जख्मी हुए लोगों में से अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है। लखनऊ के सिविल हॉस्पिटल, पीजीआई, केजीएमयू सहित दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में 40 से अधिक घायलों का इलाज चल रहा है। अस्पतालों में भर्ती कई लोगों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। घटना के बाद दो दिनों तक तो कई परिवारों को झुलसे हुए मजदूरों के बारे में जानकारी तक नहीं मिल पा रही थी। अब जख्मी हुए और दम तोड़ चुके सभी लोगों की पहचान की जा चुकी है। इस घटना ने 35 परिवारों को बेसहारा कर दिया क्योंकि जिन लोगों की मौत हुई वे सब अपने परिवार की आजीविका जुटाने वाले मुख्य सदस्य थे।
छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, बिहार सहित कई राज्यों के थे मजदूर
घटना में जान गंवाने वाले कुछ लोग जहां रायबरेली, प्रतापगढ़ और आसपास के थे तो कई मध्य प्रदेश, झारखण्ड, छत्तीसगढ़, बिहार, उड़ीसा और अन्य राज्यों के रहने वाले थे। एनटीपीसी में एक ठेकेदार के सुपरवाइज़र के रूप में काम करने वाले शफीक ने बताया कि जब बॉयलर फटने की घटना हुई तब चारों ओर गर्म राख का गुबार था। जो लोग झुलस गए थे, उन्हें पहचान पाना भी मुश्किल हो रहा था। कई झुलसे लोगों के बारे में उनके परिवार तक जानकारी पहुंचाने में समय लग गया।
मारीशस दौरे से लौटे सीएम ने पीड़ित परिवारों से की मुलाकात
मारीशस दौरे से लौटने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के अस्पतालों में भर्ती घटना में जख्मी हुए लोगों से मुलाकात की। उन्होंने पीजीआई, सिविल अस्पताल और किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में भर्ती घायलों से मुलाक़ात कर उनकी हालत जानी। उन्होंने अफसरों और डाक्टरों को जख्मी लोगों के लिए बेहतर इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने एनटीपीसी के जीएम राजकुमार को घटना की प्राथमिकी दर्ज कर्ज कराने के निर्देश दिए।
सीएम ने पीड़ित परिवारों को दिया मदद का आश्वासन
पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा की घटना दुखद है। घटना की जांच एनटीपीसी करवा रही है। जितने जख्मी आये हैं उनके इलाज की व्यवस्था के साथ ही राज्य सरकार सहायता भी कर रही है। गंभीर मरीजों को एयरलिफ्ट कराकर दिल्ली भेजा जा रहा है। अस्पतालों में उनके इलाज में हर संभव मदद सरकार करेगी। घटना के बाद केंद्रीय ऊर्जा मंत्री भी आये थे। उन्होंने भी घटना की जांच कराने की बात कही है।
Updated on:
04 Nov 2017 04:25 pm
Published on:
04 Nov 2017 03:21 pm
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