सीएम योगी होंगे अहम कड़ी कर्नाटक में बीजेपी ने इस बार सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ विशेष तैयारी की है। खास बात ये है कि इस दौरे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 35 से ज्यादा जनसभा और रोड शो करेंगे.2017 में यूपी विधानसभा चुनाव से ही योगी बीजेपी के प्रमुख स्टार प्रचारक बनकर उभरे हैं. चाहे वह हिमाचल प्रदेश, गुजरात चुनाव हो या त्रिपुरा चुनाव, बीजेपी की जीत में योगी के प्रचार अभियान को भी श्रेय दिया जाता है। हालांकि योगी इससे पहले कर्नाटक का दौरा कर चुके हैं। .यही नहीं, पार्टी ने केरल में भी योगी से दौरे कराए हैं। अब 3 मई को योगी कर्नाटक जा रहे हैं. वहां वह 4 मई तक रुकेंगे. इसके बाद 7 मई से 10 मई तक योगी दर्जनों जगह चुनाव सभाएं और रोड शो करेंगे।
अखिलेश भी करेंगे प्रचार वहीं अखिलेश यादव कर्नाटक विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के लिए वोट मांगते दिखेंगे। सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव कर्नाटक विधानसभा चुनावों में कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे। हमने अभी तक फैसला नहीं किया है कि कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन में किसी भी उम्मीदवार को मैदान में उतारना है या नहीं। राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि एसपी की कर्नाटक में संगठनात्मक इकाई है और उसने कुछ हफ्ते पहले उम्मीदवारों के नाम तय करने के लिए कहा था। लेकिन अभी हमने दक्षिणी राज्य में विधानसभा चुनाव लड़ने या नहीं लड़ने का फैसला नहीं किया है। बता दें कि कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एस बंगारप्पा को एक दशक पहले समाजवादी पार्टी टिकट पर कर्नाटक से लोकसभा के लिए चुना गया था।
स्टार कैंपेनर लिस्ट में है अखिलेश का नाम कांग्रेस ने अपने स्टार प्रचारकों की सूची में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम
तेजस्वी यादव और एनसीपी लीडर
शरद पवार का नाम शामिल किया है।कर्नाटक चुनावों के साथ-साथ कांग्रेस 2019 के लोकसभा चुनावों की तैयारियों में भी जुट गई है। माना जा रहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अखिलेश यादव को स्टार कैंपेनर की लिस्ट में शामिल किया है।
मायावती जेडी(एस) के साथ यूपी में सपा-बसपा एक साथ आ गए हैं लेकिन कर्नाटक में दूर ही दिखेंगे। दरअसल बीएसपी पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की पार्टी जनता दल (सेक्युलर) के साथ गठबंधन किया है और कर्नाटक चुनाव में अपने कैंडिडेट का उतारा है। वहीं, अखिलेश यादव कांग्रेस के लिए प्रचार करेंगे।मायावती की पार्टी ने गोरखपुर और फुलपुर ल उपचुनाव में सपा का समर्थन किया था। वहीं, सपा ने राज्यसभा और एमएलसी चुनावों में बसपा कैंडिंडेट का साथ दिया था। सपा के समर्थन के बाद भी बसपा के भीमराव अंबेडकर राज्यसभा का चुनाव हार गए थे उसके बाद सपा के सहयोग से वो एमएलसी निर्वाचित हुए हैं।