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CM Yogi Strict Order: मुख्यमंत्री का निर्देश, नाबालिग बच्चों के हाथ में न हो ई-रिक्शा की कमान

CM Yogi Order: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कड़े निर्देश दिए। उन्होंने नाबालिगों द्वारा ई-रिक्शा चलाने पर सख्त प्रतिबंध लगाने, ई-रिक्शा चालकों का वेरिफिकेशन अनिवार्य करने और आरटीओ कार्यालयों को दलालों से मुक्त रखने के निर्देश दिए।

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लखनऊ

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Ritesh Singh

Mar 02, 2025

YogiAdityanath

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CM Yogi Strict: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को उत्तर प्रदेश राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए। बैठक में प्रदेश के मंत्री, मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, पुलिस कमिश्नर और परिवहन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। इस बैठक में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और ट्रैफिक सिस्टम को बेहतर बनाने पर चर्चा हुई।

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मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से नाबालिग बच्चों द्वारा ई-रिक्शा चलाने के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई और इस पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ई-रिक्शा चालकों का वेरिफिकेशन अनिवार्य किया जाए ताकि किसी भी तरह की दुर्घटना या अवैध गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके।

मुख्यमंत्री के प्रमुख निर्देश

नाबालिगों को ई-रिक्शा चलाने की अनुमति नहीं

मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरों में अक्सर नाबालिग ई-रिक्शा चलाते हुए देखे जाते हैं, जिससे सड़क दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने इस पर सख्ती से रोक लगाने और दोषियों पर कार्यवाही करने को कहा।

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ई-रिक्शा चालकों का अनिवार्य वेरिफिकेशन

हर ई-रिक्शा चालक का पुलिस वेरिफिकेशन कराने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी आपराधिक तत्व को ई-रिक्शा चलाने की अनुमति न दी जाए।

आरटीओ कार्यालयों में बिचौलियों पर रोक

मुख्यमंत्री ने कहा कि आरटीओ कार्यालयों को पूरी तरह दलालों से मुक्त रखा जाए। इसके लिए अचानक निरीक्षण और रैंडम चेकिंग अभियान चलाने का आदेश दिया गया।

सड़क जाम की समस्या का समाधान

शहरों में ट्रैफिक जाम की समस्या लगातार बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्याप्त मैनपावर उपलब्ध है, जिसे ट्रैफिक प्रबंधन में लगाया जाए। उन्होंने सिविल पुलिस, पीआरडी और होमगार्ड के जवानों को ट्रेनिंग देकर ट्रैफिक सिस्टम सुधारने के निर्देश दिए।

स्पीड ब्रेकर और सड़क सुरक्षा उपाय
मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों, स्कूलों और प्रमुख बाजारों के बाहर टेबल टॉप स्पीड ब्रेकर बनाए जाएं, ताकि वहां से गुजरने वाले वाहनों की गति नियंत्रित रहे और दुर्घटनाओं की संभावना कम हो।

परिवहन विभाग और पुलिस की जवाबदेही बढ़ेगी

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यातायात नियमों का पालन कराने की जिम्मेदारी पुलिस और परिवहन विभाग दोनों की होगी। यदि किसी इलाके में सड़क दुर्घटनाएं अधिक होती हैं, तो वहां के अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिए कि अत्यधिक दुर्घटना-प्रवण इलाकों (ब्लैक स्पॉट) की पहचान कर वहां विशेष सुरक्षा उपाय किए जाएं। साथ ही, सड़क किनारे अतिक्रमण को हटाने का अभियान भी तेज किया जाए।

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सड़क सुरक्षा को लेकर सरकार का मिशन

  • राज्य सरकार यूपी को सड़क दुर्घटनाओं से मुक्त करने के लिए मिशन मोड पर काम कर रही है।
  • रोड सेफ्टी नियमों का सख्ती से पालन
  • सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने के निर्देश
  • यातायात पुलिस को अधिक संसाधन उपलब्ध कराना
  • बाइक और कार चालकों के लिए हेलमेट व सीट बेल्ट चेकिंग अभियान

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर जिले में सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाए और यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़क सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। नाबालिग बच्चों के ई-रिक्शा चलाने पर सख्त रोक, ई-रिक्शा चालकों का वेरिफिकेशन, आरटीओ में भ्रष्टाचार पर लगाम और सड़क सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। इससे उत्तर प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में कमी आने की उम्मीद है।