लोगों की लापरवाही भी खूब देखने को मिल रही है। वे बेपरवाह होकर घूम रह हैं। कोविड प्रोटोकॉल (Covid Protocol) जैसे मास्क (Mask) पहनना व सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का पालन न के बराबर हो रहा है। स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह (Jay Pratap Singh) ने इसको लेकर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) संग वर्चुअल बैठक में गहन चर्चा भी की। प्रदेश में कोरोना के हालातों का पीएम मोदी ने उनसे जायजा लिया। फिलहाल फोकस टेस्टिंग (Focus Testing) पर सरकार जोर दे रही है। 27 मार्च तक का इसका विशेष अभियान जारी है।
ये भी पढ़ें- कोरोना से जंग जारी, ग्रामीण महिलाएं तैयार करेंगी पांच लाख मास्क, इतनी होगी कीमत इन जिलों में बढ़ मामले-
एक से 16 मार्च के दौरान उत्तर प्रदेश के 10 जिलों में मरीज तेजी से बढ़े हैं। लखनऊ की बात करें, तो यहां एक्टिव केस 254 से बढ़कर 283 हो गए हैं। कानपुर में 49 से 76, नोएडा में 70 से 78, गाजियाबाद में 41 से 106, बरेली में 30 से 95, वाराणसी में 52 से 99, सहारनपुर में 18 से 26 व रायबरेली में सक्रिय मरीज 12 से बढ़कर 33 हो गए हैं। महाराजगंज, महोबा व कासगंज वह जिले हैं, जो कोरोना मुक्त घोषित हो गए थे, लेकिन अब दोबारा यहां वायरस ने एंट्री मार दी है और नए मरीज मिलने लगे हैं। केवल श्रावस्ती ऐसा जिला है, जहां एक भी मरीज नहीं है। यूपी में कुल 6,05,441 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।वर्तमान में 1,838 मामले सक्रिय हैं। अब तक कुल 8,748 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है।
एक से 16 मार्च के दौरान उत्तर प्रदेश के 10 जिलों में मरीज तेजी से बढ़े हैं। लखनऊ की बात करें, तो यहां एक्टिव केस 254 से बढ़कर 283 हो गए हैं। कानपुर में 49 से 76, नोएडा में 70 से 78, गाजियाबाद में 41 से 106, बरेली में 30 से 95, वाराणसी में 52 से 99, सहारनपुर में 18 से 26 व रायबरेली में सक्रिय मरीज 12 से बढ़कर 33 हो गए हैं। महाराजगंज, महोबा व कासगंज वह जिले हैं, जो कोरोना मुक्त घोषित हो गए थे, लेकिन अब दोबारा यहां वायरस ने एंट्री मार दी है और नए मरीज मिलने लगे हैं। केवल श्रावस्ती ऐसा जिला है, जहां एक भी मरीज नहीं है। यूपी में कुल 6,05,441 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।वर्तमान में 1,838 मामले सक्रिय हैं। अब तक कुल 8,748 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है।
ये भी पढ़ें- कोरोनाः यूपी सरकार ने होली से पहले जारी की गाइडलाइन्स, तारीखें तय, आदेश जारी कांटेक्ट ट्रेसिंग व फोकस टेस्टिंग पर जोर-
यूपी में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए कांटेक्ट ट्रेसिंग व फोकस टेस्टिंग पर जोर दिया जा रहा है। बीते सप्ताह से शुरू हुआ अभियान 27 मार्च तक चलेगा। इसमें सभी वर्ग व क्षेत्र के लोगों को जोड़ा जा रहा है। दूसरे राज्यों से आ रहे लोगों पर सख्त निगरानी है। खासतौर पर उन लोगों पर जो ऐसे राज्यों से आ रहे है, जहां कोरोना के मामले सर्वाधिक हैं। इसके लिए प्रदेश सरकार बसड्डा, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और खुद के वाहनों से आने वाले लोगों व स्थानों पर विशेष जांच अभियान चलाया जा रहा है।
यूपी में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए कांटेक्ट ट्रेसिंग व फोकस टेस्टिंग पर जोर दिया जा रहा है। बीते सप्ताह से शुरू हुआ अभियान 27 मार्च तक चलेगा। इसमें सभी वर्ग व क्षेत्र के लोगों को जोड़ा जा रहा है। दूसरे राज्यों से आ रहे लोगों पर सख्त निगरानी है। खासतौर पर उन लोगों पर जो ऐसे राज्यों से आ रहे है, जहां कोरोना के मामले सर्वाधिक हैं। इसके लिए प्रदेश सरकार बसड्डा, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और खुद के वाहनों से आने वाले लोगों व स्थानों पर विशेष जांच अभियान चलाया जा रहा है।