पांच लाख मास्क 50 लाख रुपए में बनने हैं। 25 लाख रुपए पहली किश्त के रूप में सद्भावना समिति द्वारा दिए गए हैं। प्रभाष कुमार ने बताया कि यह महिलाओं की अजीविका में बड़ा रोल अदा करेगा, उनमें आत्मबल बढ़ेगा। मास्क तैयार करने में तीन महीने का वक्त लगेगा। उपायुक्त स्वत: रोजगार के मुताबिक, 200 महिलाओं को मास्क बनाने के काम पर लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि बीकेटी की गंगा स्वयं सहायता समूह का इस कार्य के लिए नोडल के तौर पर चयन किया गया है। इससे पूर्व समूह की महिलाओं 7.5 लाख मास्क सिलकर जिला प्रशासन सहित कई अन्य सरकारी विभागों और निजी एजेंसियों को सौंप चुकी हैं।
उपायुक्त स्वतः रोजगार का कहना है कि कोरोना फिलहाल खत्म नहीं हुआ है। इसलिए सभी को मास्क लगाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि यह मास्त तैयार कर लखनऊ में आम नागरितों का स्टॉल लगाकर पांच रुपए प्रति मास्क की दर से उपलब्ध करवाया जाएगा। साथ ही तहसीलों व ब्लॉकों में कैंप लगाकर मास्त बेचे जाएंगे।