
फोटो सोर्स : Patrika: 2 जून की रोटी के लिए करनी पड़ती है कड़ी मेहनत – अब सरकार दे रही है राहत
Govt Special Scheme 2025: भारत में आज भी करोड़ों लोग ऐसे हैं जिन्हें हर दिन की दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष करना पड़ता है। दिहाड़ी मजदूर, रेहड़ी-पटरी वाले, घरेलू कामगार, निर्माण क्षेत्र में काम करने वाले मजदूर, ये सभी मेहनत करते हैं, लेकिन जीवन की बुनियादी सुविधाओं से वंचित रह जाते हैं। इन्हीं मेहनतकश लोगों के लिए सरकार ने एक खास योजना की शुरुआत की है, जो उनके जीवन में बड़ा बदलाव ला सकती है। यह योजना सिर्फ एक आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि एक सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर है। आइए जानते हैं इस योजना के बारे में विस्तार से।
प्रधानमंत्री श्रम योगी मान-धन योजना देश के असंगठित क्षेत्र में कार्यरत मजदूरों के लिए बनाई गई है। इसका मुख्य उद्देश्य है कि हर मेहनतकश को वृद्धावस्था में वित्तीय सुरक्षा दी जाए, ताकि उन्हें बुढ़ापे में दूसरों पर निर्भर न होना पड़े।
उदाहरण से समझें योजना का लाभ: अगर कोई व्यक्ति 30 साल का है, तो उसे इस योजना के तहत हर महीने केवल ₹100 का योगदान करना होगा। सरकार भी ₹100 जोड़कर कुल ₹200 निवेश करेगी। 60 वर्ष की आयु में उसे हर महीने ₹3,000 की पेंशन मिलनी शुरू हो जाएगी ,जीवनभर के लिए।
ऐसे में यह योजना एक बुढ़ापे की गारंटी की तरह काम करती है। न केवल उनके लिए, बल्कि उनके परिवार के लिए भी यह योजना सुरक्षा की चादर बनती है।
सरकार का मानना है कि "हर हाथ को काम और हर मेहनत को सुरक्षा मिलनी चाहिए।" यही सोच इस योजना की नींव है। एक देश तभी आत्मनिर्भर बनता है जब उसके हर नागरिक को जीने की बराबर सुविधा और अवसर मिलें — चाहे वह किसी भी वर्ग से हो।
1.रामकिशोर (दिहाड़ी मजदूर, लखनऊ): "पहले हम सोचते थे बुढ़ापे में क्या होगा। अब कम से कम ये भरोसा है कि ₹3,000 हर महीने मिलेंगे।"
2.पुष्पा देवी (घरेलू सहायिका, वाराणसी): "मैंने खुद CSC जाकर पेंशन योजना में नाम लिखा। अब लग रहा है सरकार हमारे बारे में भी सोच रही है।"
Updated on:
02 Jun 2025 09:17 am
Published on:
02 Jun 2025 09:09 am
