8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पैगंबर मोहम्मद साहब पर अभद्र टिप्पणी: टीले वाली मस्जिद के इमाम ने उठाई  गिरफ्तारी की मांग, मुस्लिम समाज में भारी आक्रोश

पैगंबर मोहम्मद साहब पर की गई इस अभद्र टिप्पणी ने एक बार फिर धार्मिक भावनाओं और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बीच संतुलन के सवाल को खड़ा कर दिया है। समाज के विभिन्न हिस्सों ने इस घटना को धार्मिक भावनाओं का अपमान बताया है और इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुरुपयोग कहा है।

3 min read
Google source verification

लखनऊ

image

Ritesh Singh

Oct 05, 2024

Religious Dispute

Religious Dispute

लखनऊ में पैगंबर मोहम्मद साहब पर की गई अभद्र टिप्पणी ने विवाद खड़ा कर दिया है। इस मुद्दे को लेकर मुस्लिम समाज में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। टीले वाली मस्जिद के इमाम मौलाना फजले मन्नान रहमानी ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की है। मौलाना ने सरकार से अपील की है कि जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार कर जेल में डाला जाए। उन्होंने कहा कि पैगंबर साहब पर की गई टिप्पणी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

मौलाना मन्नान की सख्त प्रतिक्रिया

टीले वाली मस्जिद के इमाम मौलाना फजले मन्नान रहमानी ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है। उन्होंने कहा कि पैगंबर मोहम्मद साहब पर की गई अभद्र टिप्पणी किसी भी मुस्लिम के लिए असहनीय है। उन्होंने आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि सरकार को चाहिए कि आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर उसे जेल भेजे।

यह भी पढ़ें: Gosaiganj Accident: नशे में चला रहा था बस, किसान पथ पर पलटी, आधा दर्जन यात्री घायल, महिला की मौत

मौलाना मन्नान ने कहा, "पैगंबर साहब का अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार को इस मामले में तुरंत कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि ऐसा काम करने वालों को सख्त संदेश जाए। हम मांग करते हैं कि ऐसे मामलों के लिए कड़ा कानून बनाया जाए ताकि कोई भी व्यक्ति भविष्य में ऐसी टिप्पणी करने की हिम्मत न कर सके।"

समुदाय में आक्रोश, कार्रवाई की मांग तेज

इस घटना के बाद लखनऊ समेत कई जगहों पर मुस्लिम समाज ने आक्रोश व्यक्त किया है। सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर गुस्सा जाहिर किया जा रहा है। समाज के विभिन्न संगठनों ने सरकार से आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

यह भी पढ़ें: Good News: कभी कमाते थे 20 से 25 हजार, अब दीपोत्सव में ही बन जाते हैं लखपति, जानें कैसे

स्थानीय लोगों ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा कि धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाना चाहिए। इस घटना से संबंधित कई संगठनों ने सरकार से मांग की है कि इस तरह के मामलों में सख्त कानून बनाए जाएं ताकि कोई भी भविष्य में इस तरह की गलती करने से डरे।

सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार

इस मुद्दे पर अभी तक सरकार की तरफ से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। हालांकि, इस प्रकार के संवेदनशील मामलों पर सरकार की सख्त नीति रही है, और संभावना है कि आरोपी के खिलाफ जल्द ही कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

यह भी पढ़ें: Yogi Sarkar: 25 जिलों में खुलेंगे नए सरकारी नर्सिंग कॉलेज, CM योगी का बड़ा फैसला - तेजी से जारी निर्माण कार्य

सरकार और प्रशासन इस प्रकार की घटनाओं पर शांति बनाए रखने और समाज में किसी भी प्रकार की हिंसा या तनाव की स्थिति से बचने के लिए सतर्क है। पुलिस प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वह संयम से काम लें और कानून को अपने हाथ में न लें।

पैगंबर पर टिप्पणी से उठे सवाल

पैगंबर मोहम्मद साहब पर की गई इस अभद्र टिप्पणी ने एक बार फिर धार्मिक भावनाओं और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बीच संतुलन के सवाल को खड़ा कर दिया है। समाज के विभिन्न हिस्सों ने इस घटना को धार्मिक भावनाओं का अपमान बताया है और इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुरुपयोग कहा है।

आने वाले समय में क्या होगा?

सरकार के अगले कदम पर सभी की निगाहें टिकी हैं। मौलाना मन्नान और अन्य मुस्लिम संगठनों की मांग के बाद सरकार के पास आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के अलावा कोई विकल्प नहीं दिखाई दे रहा है।

यह भी पढ़ें: Navratri Health Alert: कीड़े युक्त कुट्टू का आटा बिक रहा, एफएसडीए की छापेमारी में डालीगंज में पकड़ा गया

लखनऊ जैसे संवेदनशील इलाके में इस प्रकार की घटनाओं पर त्वरित और सख्त कार्रवाई न होने पर हालात बिगड़ सकते हैं। इसलिए सरकार पर इस मुद्दे को जल्द से जल्द हल करने का दबाव बढ़ रहा है।