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LDA New Flyover: लखनऊ में 2300 मीटर फ्लाईओवर से बढ़ेगी सीधी कनेक्टिविटी, शहीद पथ और एयरपोर्ट जाना होगा बेहद आसान

LDA Project Flyover Construction:   लखनऊ में यातायात को सुगम बनाने के लिए एलडीए ने लामार्टीनियर कॉलेज से जी-20 रोड तक 2300 मीटर लंबे फ्लाईओवर के निर्माण का टेंडर जारी किया है। लगभग 315 करोड़ की लागत वाली यह परियोजना शहर को 1090 चौराहा, इकाना स्टेडियम, एयरपोर्ट और शहीद पथ से सीधे जोड़ते हुए यात्रा को तेज और आसान बनाएगी।

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लखनऊ

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Ritesh Singh

Nov 08, 2025

एलडीए ने जारी किया 315 करोड़ का टेंडर; हजरतगंज से शहीद पथ तक सफर होगा बेहद आसान (फोटो सोर्स : Whatsapp Group)

एलडीए ने जारी किया 315 करोड़ का टेंडर; हजरतगंज से शहीद पथ तक सफर होगा बेहद आसान (फोटो सोर्स : Whatsapp Group)

LDA New Project Flyover: लखनऊ में यातायात व्यवस्था को नए सिरे से व्यवस्थित करने और शहर के सबसे व्यस्त क्षेत्रों में जाम की समस्या को कम करने के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण ने एक और बड़ी परियोजना को मंजूरी दे दी है। लामार्टीनियर कॉलेज से जी-20 रोड तक 2300 मीटर लंबा फ्लाईओवर बनाया जाएगा, जिसका उद्देश्य हजरतगंज, 1090 चौराहा, कालीदास मार्ग, विक्रमादित्य मार्ग और आसपास के क्षेत्रों को सीधे शहीद पथ, इकाना स्टेडियम, पुलिस मुख्यालय, एयरपोर्ट और अयोध्या रोड से जोड़ना है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए एलडीए ने 315 करोड़ रुपये का टेंडर जारी कर दिया है।

यह फ्लाईओवर ग्रीन कॉरिडोर परियोजना का हिस्सा है, जिसके माध्यम से शहर में तेज, सुगम और बाधामुक्त परिवहन व्यवस्था तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। एलडीए का कहना है कि यह परियोजना राजधानी की रीढ़ की हड्डी साबित हो सकती है, क्योंकि इससे व्यस्त चौराहों पर ट्रैफिक दबाव कम होगा और हजारों यात्रियों को सीधी पहुंच का लाभ मिलेगा।

एलडीए के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि शहर में ट्रैफिक को व्यवस्थित बनाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि परियोजना के पहले चरण में IIM रोड से पक्का पुल तक बंधा चौड़ीकरण, चार-लेन सड़क और फ्लाईओवर का निर्माण पूरा किया जा चुका है। दूसरे चरण में पक्का पुल से समतामूलक चौक तक बंधा चौड़ीकरण, सड़क निर्माण और आरओबी का निर्माण चल रहा है, जो अंतिम चरण में पहुंच चुका है। अब तीसरे चरण के रूप में लामार्टीनियर कॉलेज से जी-20 रोड तक 2300 मीटर का फ्लाईओवर कम आरओबी बनाया जाएगा।

शहर को मिलेगी नए स्तर की कनेक्टिविटी

यह फ्लाईओवर लामार्टीनियर कॉलेज के सामने से शुरू होगा और पिपराघाट रेलवे लाइन को पार करते हुए सीधे जी-20 रोड से जुड़ेगा। इसके बाद यह मार्ग 1090 चौराहे, कालीदास मार्ग और विक्रमादित्य मार्ग से गुजरने वाले वाहनों को बिना रुकावट सीधे शहीद पथ तक पहुंचा देगा। इससे न केवल हजरतगंज से शहीद पथ तक का सफर आसान हो जाएगा, बल्कि भारी वाहनों और रोज आने-जाने वाले ऑफिस यातायात को भी बड़ी राहत मिलेगी।

पीआईयू के प्रभारी ए.के. सिंह सेंगर ने बताया कि यह फ्लाईओवर शहर के निचले हिस्सों को ऊपरी हिस्सों से जोड़कर संपूर्ण कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा। यात्रियों को अब पुलिस मुख्यालय, इकाना स्टेडियम, एयरपोर्ट और अयोध्या रोड जाने के लिए बार-बार सिग्नल, चौराहों और जाम से नहीं गुजरना पड़ेगा।

गोमती नदी पर बनेगा 250 मीटर लंबा ब्रिज

ग्रीन कॉरिडोर परियोजना का एक और महत्वपूर्ण हिस्सा गोमती नदी पर बनने वाला 250 मीटर लंबा ब्रिज है। यह ब्रिज गोमती नदी के दाहिने किनारे स्थित सेना भूमि पर बनने वाली बंधा रोड को सीधे जी-20 रोड से जोड़ेगा। लगभग 60 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस ब्रिज का टेंडर भी जारी हो चुका है, और इसे लगभग एक वर्ष में तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। इस ब्रिज से ग्रीन कॉरिडोर की कनेक्टिविटी और अधिक मजबूत होगी।

ब्रिज के बनने से न केवल यातायात का विकल्प बढ़ेगा बल्कि उस रास्ते का दबाव भी कम होगा जो फिलहाल एकमात्र मुख्य मार्ग के रूप में उपयोग होता है। इससे आसपास के क्षेत्रों में वाणिज्यिक गतिविधियां बढ़ने और आर्थिक विकास में तेजी आने की संभावना है।

दो साल में मिलेगा शहरवासियों को तोहफा

एलडीए अधिकारियों का कहना है कि फ्लाईओवर को पूरा करने में लगभग दो वर्ष का समय लगेगा। इसके बनते ही लाखों की आबादी को सीधा लाभ मिलेगा। वर्तमान में 1090 चौराहा, विक्रमादित्य मार्ग, जीपीओ, कालीदास मार्ग और अन्य क्षेत्र अत्यधिक ट्रैफिक घनत्व का सामना करते हैं। सुबह और शाम के समय यहां भारी जाम लग जाता है। फ्लाईओवर बनने से इन सभी मार्गों पर जाम की समस्या लगभग खत्म हो जाएगी।

एलडीए का दावा है कि निर्माण कार्य को चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया जाएगा, ताकि शहरवासियों को कम से कम असुविधा हो। परियोजना के दौरान ट्रैफिक को डायवर्ट किया जाएगा और पूरे निर्माण क्षेत्र में सुरक्षा इंतजाम कड़े रहेंगे।

हजरतगंज से शहीद पथ तक यात्रा होगी सुगम

अभी हजरतगंज से शहीद पथ जाने वाले वाहनों को कई सिग्नल और भीड़-भाड़ वाले चौराहों से होकर गुजरना पड़ता है। इससे समय भी अधिक लगता है और प्रतिदिन हजारों वाहन जाम का सामना करते हैं। फ्लाईओवर बनने से इन सभी समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा। शहर के मध्य हिस्से से शहीद पथ तक पहुंचना बेहद आसान और तेज हो जाएगा। शहर के कई निवासियों ने इस परियोजना को लखनऊ के लिए गेम-चेंजर बताया है। उनका कहना है कि यह फ्लाईओवर शहर की आधुनिकता और विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।

एलडीए की बड़ी योजनाओं में एक और उपलब्धि

लखनऊ विकास प्राधिकरण पिछले कुछ वर्षों से शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार की दिशा में लगातार काम कर रहा है। चाहे गोमती रिवर फ्रंट का विकास हो, शहीद पथ की चौड़ीकरण परियोजना या शहर के विभिन्न क्षेत्रों में नए ओवरब्रिज और अंडरपास का निर्माण, एलडीए ने शहर की बढ़ती आबादी और यातायात को ध्यान में रखते हुए योजनाएं तैयार की हैं। यह नया फ्लाईओवर भी उसी श्रृंखला की एक कड़ी है। एलडीए अधिकारियों ने बताया कि आने वाले समय में शहर को ग्रीन कॉरिडोर की पूरी श्रृंखला के रूप में कई अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी। इससे न केवल शहर का लुक बदलेगा, बल्कि यातायात को भी एक नई दिशा मिलेगी।