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डर, दर्द और गुस्से में टूटा घर… बेटियों के सामने इंजीनियर की खौफनाक हत्या की लिव-इन पार्टनर ने खोला राज, चौंकाने वाले खुलासे

Live-in Horror in Lucknow Engineer Murder: लखनऊ में हुए दिल दहला देने वाले इंजीनियर हत्याकांड ने पूरे शहर को झकझोर दिया है। लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही महिला और उसकी बेटियों द्वारा की गई इस वारदात के पीछे घरेलू हिंसा, डर और उत्पीड़न की दर्दनाक कहानी सामने आई है, जिसने सभी को हैरान कर दिया।

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लखनऊ

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Ritesh Singh

Dec 10, 2025

घर में भय और अत्याचार झेलती मां-बेटियों ने लिया चरम कदम, इंजीनियर की हत्या ने सबको दहला दिया (फोटो सोर्स : Police Media Cell )

घर में भय और अत्याचार झेलती मां-बेटियों ने लिया चरम कदम, इंजीनियर की हत्या ने सबको दहला दिया (फोटो सोर्स : Police Media Cell )

Live-in Horror in Lucknow: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सामने आए एक सनसनीखेज हत्याकांड ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। शिवम ग्रीन सिटी, सलारगंज इलाके में कंपनी के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर सूर्य प्रताप सिंह की निर्मम हत्या के पीछे की कहानी जैसे-जैसे सामने आ रही है, नए चौंकाने वाले तथ्य उजागर हो रहे हैं। इस मामले में आरोपी महिला रत्ना ने पुलिस पूछताछ में ऐसे खुलासे किए हैं, जिन्होंने पूरे मामले को घरेलू हिंसा, डर और आक्रोश की दर्दनाक कहानी के रूप में पेश कर दिया है।

लिव-इन रिलेशनशिप से हत्या तक

32 वर्षीय सूर्य प्रताप सिंह पिछले करीब चार वर्षों से हरदोई की रहने वाली 46 वर्षीय रत्ना के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहा था। दोनों सलारगंज के शिवम ग्रीन सिटी में स्थित सूर्य के दूसरे मकान में रहते थे। रत्ना की दो बेटियां, जिनकी उम्र लगभग 17 और 15 वर्ष बताई जा रही है, भी उनके साथ उसी घर में रह रही थीं। शुरुआत में रिश्ता सामान्य बताया जा रहा था, लेकिन समय के साथ इसमें हिंसा, शक और नियंत्रण की कड़वाहट भरती चली गई। रत्ना ने पुलिस को बताया कि सूर्य प्रताप अक्सर उसकी बेटियों पर “गंदी नजर” रखता था और उनके साथ छेड़छाड़ करता था।

‘कमरे में बंद कर पीटा’

डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह के अनुसार, रत्ना ने पूछताछ में बताया कि रविवार की रात सूर्य ने उसकी बड़ी बेटी को जबरदस्ती कमरे में बंद कर बेरहमी से पीटा। बच्ची की चीख-पुकार सुनकर मां और छोटी बेटी किसी तरह दरवाजा खुलवा कर उसे बाहर निकाल पाईं। इस घटना के बाद घर में तनाव और आक्रोश का माहौल बन गया। इसके बाद सूर्य और रत्ना के बीच तीखा विवाद शुरू हो गया। आरोप है कि सूर्य ने रत्ना के साथ भी मारपीट शुरू कर दी, जिसके बाद स्थिति पूरी तरह बेकाबू हो गई।

बेटियों ने पकड़ा, मां ने चाकू चलाया

पुलिस जांच में सामने आया है कि जब सूर्य दोबारा हिंसक हो गया, तो दोनों बेटियों ने उसे धक्का देकर फर्श पर गिरा दिया और उसे दबोच लिया। इसी दौरान रत्ना किचन की ओर दौड़ी और वहां से चाकू उठा लाई। गुस्से और डर के चरम में उसने सूर्य के सीने पर वार किया और फिर गला रेत दिया। सूर्य कुछ देर तक छटपटाता रहा और कुछ ही मिनटों में उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

सीसीटीवी से करता था निगरानी

रत्ना ने यह भी दावा किया कि सूर्य ने घर में तीन सीसीटीवी कैमरे लगवा रखे थे। वह मोबाइल फोन के जरिए घर की हर गतिविधि पर नजर रखता था। रत्ना के अनुसार, सूर्य ने उसकी बेटियों को घर से बाहर निकलने तक की आजादी नहीं दी थी।
उसने बड़ी बेटी की पढ़ाई भी बीच में ही छुड़वा दी थी। काफी मशक्कत के बाद रत्ना ने इसी वर्ष उसे फिर से इंटरमीडिएट में दाखिला दिलवाया था।

खुद दी पुलिस को सूचना

इस वारदात की एक और हैरान करने वाली बात यह रही कि हत्या के बाद रत्ना और उसकी दोनों बेटियां लगभग पांच घंटे तक शव के साथ उसी कमरे में मौजूद रहीं। न तो उन्होंने भागने की कोशिश की और न ही किसी पड़ोसी को कुछ बताया।
सुबह करीब 9:45 बजे रत्ना ने खुद पुलिस कंट्रोल रूम में फोन किया और कहा – “मैंने ही सूर्य का कत्ल किया है।” इसके बाद बीबीडी थाने की पुलिस हरकत में आई। इंस्पेक्टर राम सिंह ने तुरंत ग्राम प्रधान राम मनोहर यादव से संपर्क किया और उन्हें घटनास्थल पर भेजा। वहांlobal प्रधान के सामने भी रत्ना ने अपनी बात दोहराई।

पिता ने दर्ज कराई एफआईआर

मृतक सूर्य प्रताप सिंह के पिता नरेंद्र सिंह, जो जानकीपुरम सेक्टर-एच के निवासी हैं, ने इस मामले में रत्ना और उसकी दोनों बेटियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस का कहना है कि कानून के अनुसार सभी पहलुओं की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बेटियां बाल सुधार गृह भेजी गईं

चूंकि दोनों लड़कियां नाबालिग हैं, इसलिए उन्हें फिलहाल बालिका सुधार गृह भेज दिया गया है। वहीं, मुख्य आरोपी रत्ना को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

कई एंगल से हो रही जांच

डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि पुलिस इस पूरे मामले की कई पहलुओं से जांच कर रही है। महिला के आरोप, पड़ोसियों के बयान, सीसीटीवी फुटेज और फॉरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर पूरे घटनाक्रम की कड़ियां जोड़ी जा रही हैं। यह भी पता लगाया जा रहा है कि हत्या पूर्व नियोजित थी या तत्कालिक गुस्से का परिणाम।

घरेलू हिंसा और मानसिक दबाव की खौफनाक कहानी

यह मामला अब केवल एक हत्या का नहीं, बल्कि घरेलू हिंसा, डर, मानसिक उत्पीड़न और टूटते रिश्तों की कहानी बनकर सामने आ रहा है। जिस घर में कभी साथ रहने के फैसले लिए गए थे, वहीं आखिरकार खून-खराबे की दिल दहला देने वाली घटना घटित हुई।

शहर में दहशत, लोगों में चर्चा

घटना के बाद शिवम ग्रीन सिटी और आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है। पड़ोसी स्तब्ध हैं और किसी को भरोसा नहीं हो रहा कि उनके आसपास ऐसा जघन्य कांड घटा है। वहीं, सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।