
तेज रफ्तार बेकाबू स्कॉर्पियो ने ढाबे में घुसकर मचाया तांडव फोटो सोर्स : Social media
Lucknow Accident Scorpio Crash CCTV Footage: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र के अहिमामऊ इलाके में रविवार रात एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जब एक बेकाबू स्कॉर्पियो कार तेज रफ्तार में चलती हुई सड़क से सीधे एक ढाबे में घुस गई। इस हादसे में कोई जानी नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन ढाबे की कुर्सियां-टेबल और संरचना बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसने हादसे की भयावहता को पूरी तरह उजागर कर दिया है।
इस हादसे का वीडियो ढाबे में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुआ है। फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि कैसे ढाबे में बैठे लोग आराम से खाना खा रहे थे और अचानक एक स्कॉर्पियो कार बड़ी तेज रफ्तार में आती है और किसी भी अवरोध को कुचलती हुई ढाबे के भीतर जा घुसती है। कुछ ही पलों में वहां मौजूद लोग जान बचाकर भागते नजर आते हैं। इस घटना से कुछ सेकंड पहले तक माहौल सामान्य था, लेकिन इसके बाद अफरा-तफरी मच गई।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और स्कॉर्पियो कार को कब्जे में लेकर सीज कर दिया गया है। पुलिस ने कहा कि वाहन चालक के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। प्रारंभिक जांच में वाहन की तेज गति और चालक की लापरवाही को दुर्घटना का कारण बताया गया है। हालांकि यह भी देखा जा रहा है कि कहीं चालक नशे की हालत में तो नहीं था।
ढाबे के मालिक ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि, "रात करीब 10:30 बजे का वक्त था। ग्राहक खाना खा रहे थे। अचानक तेज़ आवाज़ के साथ कार भीतर घुस आई। अगर ग्राहक सतर्क न होते, तो बड़ा हादसा हो सकता था। हमने फौरन पुलिस को सूचना दी।"
यह पहली घटना नहीं है जब लखनऊ में तेज रफ्तार वाहन दुर्घटना का कारण बने हों। पिछले हफ्ते ही लखनऊ विश्वविद्यालय रोड पर बाइकर्स गैंग द्वारा खुलेआम स्टंट किए गए, जिनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस दौरान कुछ बाइकर्स की टक्कर हो गई थी, जिससे कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने वीडियो के आधार पर कुछ अराजक तत्वों को हिरासत में लिया था, लेकिन सड़क पर कानून की इस तरह की अवहेलना जारी है।
भारत में हर साल सड़क हादसों में लाखों लोगों की जान जाती है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2023 में उत्तर प्रदेश में ही लगभग 25,000 से अधिक सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 17,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। इनमें से अधिकांश घटनाएं तेज़ रफ्तार, लापरवाही, नशे में वाहन चलाना और सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी के कारण हुईं।
सड़क हादसों के बाद अक्सर एक ही बात सामने आती है, "अगर सावधानी बरती जाती, तो हादसा टल सकता था।" इस स्कॉर्पियो हादसे में भले ही कोई जानी नुकसान नहीं हुआ, लेकिन यह उदाहरण मात्र है उस लापरवाही का, जो बड़ी त्रासदी में बदल सकती थी। ऐसी घटनाएं यह सवाल उठाती हैं कि आखिर कब लोग सड़क सुरक्षा के प्रति गंभीर होंगे?
पुलिस ने स्कॉर्पियो को जब्त कर लिया है और जांच जारी है, लेकिन ज़रूरत है ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पहले से सतर्कता बरतने की। शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाए, ट्रैफिक पुलिस की सक्रियता और नशे की हालत में वाहन चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही ढाबों और रेस्तरांओं के पास वाहनों की गति पर निगरानी रखना अनिवार्य हो।
इस घटना ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि सड़क पर एक छोटी सी चूक भी बड़ी दुर्घटना का रूप ले सकती है। लखनऊ जैसे व्यस्त और तेजी से बढ़ते शहर में ट्रैफिक अनुशासन और नागरिकों की ज़िम्मेदारी पहले से कहीं ज्यादा अहम हो चुकी है। वाहन चलाने वालों को यह समझने की जरूरत है कि उनकी लापरवाही किसी की जान ले सकती है। CCTV फुटेज में दर्ज यह हादसा समाज के लिए एक चेतावनी है, सतर्क रहें, सुरक्षित चलाएं और नियमों का पालन करें, क्योंकि ज़िंदगी की कोई 'रिवाइंड' बटन नहीं होती।
Updated on:
21 Jul 2025 02:54 pm
Published on:
21 Jul 2025 11:03 am
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