
लखनऊ. ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) के बजाय बैलेट पेपर से मतदान को लेकर समाजवादी पार्टी समेत विपक्षी दलों की मीटिंग बुलाई है। बैठक लखनऊ के जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट में आयोजित की गई है। समाजवादी पार्टी बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव में बैलेट पेपर से वोटिंग पर समर्थन जुटाने की कोशिश करेगी। इससे पहले भी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत विपक्षी दल ईवीएम में गड़बड़ी की बात कह चुके हैं। जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट में जहां ईवीएम पर बैठक हो रही है, वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय का कहना है कि विपक्षी दल अपनी हार का ठीकरा ईवीएम पर न फोड़कर अपने कर्मों के लिए जनता से माफी मांगें।
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की जगह बैलेट वोटिंग की मांग को लेकर लखनऊ के जनेश्वर मिश्रा ट्रस्ट में मीटिंग शुरु हो गई है। सपा के बुलावे पर ये बैठक की जा रही है। इस बैठक में बीएसपी और कांग्रेस के किसी प्रतिनिधि ने हिस्सा नहीं लिया।
लैपटॉप के हिमायती अखिलेश क्यों कर रहे ईवीएम का विरोध
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय ने कहा कि विपक्ष ईवीएम के खिलाफ लामबंदी करने के बजाय भ्रष्टाचार, तुष्टीकरण, अपराधी संरक्षण और जनविरोधी नीतियों पर आत्मावलोकन करके पश्चाताप करें। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने अखिलेश यादव ने कहा कि विदेश में पढ़े-लिखे और लैपटॉप के हिमायती रहे सपा अध्यक्ष ईवीएम का विरोध क्यों कर रहे हैं।
लगातार हार से निराश है विपक्ष
डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय ने विपक्ष पर तीखा निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव में लगातार हार से विपक्षी दल निराश और किंकर्तव्यविमूढ़ हो चुके हैं। इसलिये सभी हार के कारणों को न तलाश कर सिर्फ विचार शून्य होकर विरोध कर रहे हैं।
इसलिए विपक्षी दल हैं परेशान
भाजपा अध्यक्ष ने विपक्षी दलों और उनके नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा-कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों में कार्यकर्ता और पदाधिकारी सिर्फ आर्थिक लाभ के लिए ही जुड़ते हैं। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता लगातार चुनाव में मिल रही हार से परेशान हैं। क्योंकि वो वैचारिक रूप से दल से नहीं जुड़े हैं, इसलिए उनका दिल दल से दूर होने लगता है।
ईवीएम का विरोध नहीं, जनता से मांगें माफी : भाजपा अध्यक्ष
डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्षी दल अपनी हार का ठीकरा ईवीएम पर न फोड़कर अपने कर्मों के लिए जनता से माफी मांगें। अभी तक नौकरियों में भ्रष्टाचार से युवाओं को छलने वाले, सत्ता के संरक्षण में अपराधियों को पोषित करने वाले, अवैध कब्जों और अवैध खनन से किसान की जमीन, नदियों की कोख और राजस्व को लूटने वाले, दलितों के नाम पर दौलत की बेटी बनकर दलितों को ठगने वाले लोग अपने द्वारा किए गए कर्मों का प्रायश्चित कर उत्तर प्रदेश की जनता से क्षमा मांगें।
Updated on:
06 Jan 2018 02:11 pm
Published on:
06 Jan 2018 01:22 pm
बड़ी खबरें
View Allलखनऊ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
