माया देवी मंदिर बौद्ध धर्म मानने वाले लोगों के लिए आस्था का केंद्र माना जाता है। माया मंदिर यूनेस्को की विश्व विरासत में शामिल है। यह मंदिर एक पवित्र कुंड और एक पवित्र बगीचे के पास बना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 मई को भारत दौरे पर आ रहे हैं। वह कुछ घंटों के लिए नेपाल में भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुम्बिनी जाएंगी। यहां वे माया देवी मंदिर में दर्शन करेंगे। यह मंदिर बौद्ध धर्म मानने वाले लोगों के लिए आस्था का केंद्र माना जाता है। माया मंदिर यूनेस्को की विश्व विरासत में शामिल है। यह मंदिर एक पवित्र कुंड और एक पवित्र बगीचे के पास बना है। साइट पर पुरातात्विक अवशेष पहली बार तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व अशोक द्वारा निर्मित ईंट की इमारतों के लिए दिनांकित थे। 2013 में छठी शताब्दी ईसा पूर्व लकड़ी के मंदिर की खोज की गई थी।
बौद्ध संरचनाओं का सबसे पहला प्रमाण
नवंबर 2013 में, मंदिर के नीचे खुदाई करने वाले पुरातत्वविदों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने 550 ईसा पूर्व से पहले के एक प्राचीन वृक्ष मंदिर के अवशेषों की खोज की थी। शोधकर्ताओं ने अनुमान लगाया कि यह स्थल बौद्ध संरचनाओं का सबसे पहला प्रमाण है और गौतम बुद्ध के जीवन का पहला पुरातात्विक साक्ष्य है। यह तीर्थस्थल दुनिया का सबसे पहला बौद्ध तीर्थस्थल है।
माया देवी मंदिर के तथ्य
माया देवी मंदिर की सबसे पहले 1896 में जनरल खडग शमशेर और डॉक्टर एंटनी फूहेर ने इस स्थान की खोज की थी। केशर शमशेर ने 1939 में माया देवी मंदिर को फिर से बनाया था। हालांकि, आज जो माया देवी मंदिर हम देखते हैं, वो 2003 में तैयार किया गया था। तब इसे लुम्बिनी डेवलपमेंट ट्रस्ट ने तैयार कराया था।
पीएम बनने के बाद मोदी का पहला दौरा
2019 में दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद यह नरेंद्र मोदी का पहला नेपाल दौरा है। पहले कार्यकाल में वो चार बार इस पड़ोसी देश के दौरे पर गए थे। लुम्बिनी नेपाल के भैरवाह जिले में स्थित है। मोदी दिल्ली से कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचेंगे और इसके बाद हेलिकॉप्टर से नेपाल के लुम्बिनी पहुंचेंगे। यहां वे माया देवी मंदिर जाएंगे। यही भगवान बुद्ध की जन्मस्थली है। यहां दीपक जलाएंगे और दर्शन करेंगे।