16 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

UP BJP अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा पर मां की आंखें नम, बोलीं-दिवंगत बेटे ने पंकज को राजनीति का रास्ता दिखाया

UP BJP अध्यक्ष बनने की खबर ने पंकज चौधरी के घर खुशी के साथ भावनाओं का सैलाब ला दिया। मां अपने आंसू नहीं रोक सकीं और दिवंगत बड़े बेटे प्रदीप चौधरी को याद कर बोलीं-उसी ने पंकज को राजनीति में लाया, आज उसकी जिम्मेदारी निभाने का वक्त है।

2 min read
Google source verification

लखनऊ

image

Ritesh Singh

Dec 14, 2025

रो पड़ीं मां: दिवंगत बड़े बेटे प्रदीप चौधरी को याद कर बोलीं-‘वही राजनीति में लाए, अब जिम्मेदारी निभाने की बारी’ (फोटो सोर्स : WhatsApp News Group)

रो पड़ीं मां: दिवंगत बड़े बेटे प्रदीप चौधरी को याद कर बोलीं-‘वही राजनीति में लाए, अब जिम्मेदारी निभाने की बारी’ (फोटो सोर्स : WhatsApp News Group)

Mother Breaks Down as Pankaj Chaudhary Becomes UP BJP Chief: जब पंकज चौधरी को उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की खबर सामने आई, तो यह पल केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि भावनात्मक भी बन गया। इस उपलब्धि की खुशी के बीच पंकज चौधरी की मां अपने आंसुओं को रोक नहीं सकीं। उन्होंने अपने दिवंगत बड़े बेटे प्रदीप चौधरी को याद करते हुए भावुक स्वर में कहा कि वही पंकज को राजनीति में लाए थे। आज अगर वे होते, तो सबसे ज्यादा खुश वही होते। अब उनकी सिखाई जिम्मेदारी निभाने की बारी है।

खुशी और दर्द का मिला-जुला पल

मां के लिए यह क्षण गर्व का था, लेकिन बेटे की याद ने उसे भावुक बना दिया। परिवार के लोगों के अनुसार, प्रदीप चौधरी न केवल परिवार के बड़े बेटे थे, बल्कि पंकज चौधरी के राजनीतिक मार्गदर्शक भी रहे। राजनीति में कदम रखने के शुरुआती दौर में प्रदीप चौधरी ने ही पंकज को सक्रिय रूप से आगे बढ़ाया था।

‘भाई की प्रेरणा से आगे बढ़े पंकज’

परिवार के करीबी बताते हैं कि पंकज चौधरी हमेशा अपने बड़े भाई को आदर्श मानते रहे। संगठन, जनता से जुड़ाव और जिम्मेदारी निभाने की सीख उन्हें घर से ही मिली। मां ने कहा कि बेटे की सफलता देखकर दिल खुश है, लेकिन बड़े बेटे की कमी हमेशा खलेगी।

राजनीतिक सफर के पीछे पारिवारिक आधार

पंकज चौधरी के लंबे राजनीतिक सफर के पीछे परिवार का मजबूत सहारा रहा है। पार्षद से लेकर सात बार सांसद और अब प्रदेश अध्यक्ष तक का सफर आसान नहीं रहा। इस सफर में बड़े भाई प्रदीप चौधरी की भूमिका को परिवार आज भी याद करता है।

‘अब जिम्मेदारी निभाने का समय’

मां ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष जैसा बड़ा दायित्व मिलना केवल सम्मान नहीं, बल्कि परीक्षा भी है। “भगवान उसे शक्ति दें, ताकि वह लोगों की उम्मीदों पर खरा उतर सके,”-यह कहते हुए उनकी आंखें फिर नम हो गईं।

कार्यकर्ताओं में भावुक माहौल

पंकज चौधरी के गृह क्षेत्र और पार्टी कार्यकर्ताओं में भी इस खबर के बाद भावनात्मक माहौल देखने को मिला। समर्थकों का कहना है कि यह पद पंकज चौधरी के संघर्ष, अनुभव और समर्पण का परिणाम है। यह घटना दिखाती है कि राजनीति केवल सत्ता और पद की कहानी नहीं होती, बल्कि इसके पीछे परिवार, त्याग और भावनाएं भी जुड़ी होती हैं। पंकज चौधरी की ताजपोशी का यह दृश्य लोगों के दिलों को छू गया। यह पल पंकज चौधरी के लिए नई जिम्मेदारी की शुरुआत है, वहीं उनके परिवार के लिए यादों और भावनाओं से भरा एक ऐतिहासिक क्षण।