
CM yogi
पत्रिका न्यूज नेेटवर्क
लखनऊ. योगी आदित्यनाथ सरकार 19 मार्च को चार साल का कार्यकाल पूरा करने जा रही है। योगी आदित्यनाथ 2017 में मुख्यमंत्री की शपथ लेते ही सड़कों को गड्ढामुक्त करने का वादा किया था, लेकिन वह वादा सीएम योगी (CM Yogi Adityanath) पूरा नहीं कर सके। हालांकि प्रदेश की जनता की खुशहाली के लिए अभी भी अपने वादे पर कायम हैं। यही वजह है कि वह उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में एक्सप्रेसवे (Expressway) का मजबूत रोड नेटवर्क बनाने में जुटे हैं। इसकी बानगी 2020-21 के बजट में देखने को मिल चुकी है। पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की योजना लगभग साकार होने को है। वहीं गंगा एक्सप्रेसवे के लिए जमीन अधिग्रहण का कार्य चल रहा है।
उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार एक्सप्रेसवे परियोजनाओं के जरिये 2022 के चुनाव जीतने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाने के कार्य में तेजी से जुटी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार चाहती है कि इन परियोजनाओं के निर्माण और तेजी लायी जाए, ताकि 2022 में जब चुनाव का बिगुल बजे तो वह इन बड़ी उपलब्धियों को जनता के सामने रख सकें। सीएम योगी एक्सप्रेसवे परिजयोजनाओं पर इसलिए भी ज्यादा जोर दे रही है, क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे तो पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने कार्यकाल में नोएडा-आगरा यमुना एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराया था। वहीं, सीएम योगी सपा-बसपा के एक-एक एक्सप्रेस-वे की तुलना में गंगा एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे बनवाकर जनता के सामने चुनावी समर में उतरना चाहती है।
एक नजर में यूपी के नए एक्सप्रेसवे
गंगा एक्सप्रेसवे
वेस्ट यूपी के मेरठ से पूर्वी यूपी के प्रयागराज तक बनने वाले भारत के सबसे लंबे गंगा एक्सप्रेसवे के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। योगी सरकार ने इस परियोजना के लिए बजट में जमीन अधिग्रहण के लिए 7200 करोड़ रुपए और निर्माण कार्य के लिए 489 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि सीएम योगी जुलाई माह में गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास कर सकते हैं।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे
बुंदेलखंड में बनने वाले बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के लिए योगी सरकार ने बजट में 1492 करोड़ रुपए की व्यवस्था की है। बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास के नजरिये से देखा जाए तो यह परियोजना बहुत महत्वपूर्ण है। बताया जा रहा है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की परियोजना को वर्ष 2021 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे
पूर्वी उत्तर प्रदेश में बनने वाले पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के लिए सरकार ने बजट में 1107 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। इस एक्सप्रेसवे परियोजना को पूर्वी उत्तर प्रदेश की जनता के लिए बेहद महत्वपूूर्ण माना जा रहा है। इसे भी 2021 में ही पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के लिए सरकार ने बजट में 850 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। गोरखपुर बाईपास एनएच-27 स्थित ग्राम जैतपुर के पास से शुरू होकर यह आजमगढ़ के पास पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से मिलेगा। 91 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर, आम्बेडकर नगर, संतकबीर नगर और आजमगढ़ से होकर गुजरेगा। इसे पूरा करने का लक्ष्य मार्च 2022 रखा गया है।
Published on:
18 Mar 2021 04:56 pm
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