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UP में अब NRC और CAA का विरोध करने वालों पर NIA की नजर, ये भी रडार पर

देश के 15 राज्यों में पीएफआई के ठिकानों पर एनआईए की छापेमारी की जा चुकी है। इसी कड़ी में अब दिसंबर 2019 में बेनियाबाग और बजरडीहा में सीएए और एनआरसी का विरोध प्रदर्शन करने वाले लोग एनआईए की रडार पर आ गए हैं।

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लखनऊ

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Jyoti Singh

Sep 24, 2022

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NIA will now monitor those opposing NRC and CAA in UP

पिछले कुछ दिनों से देश में पीएफआई के ठिकानों पर एनआईए और ईडी की छापेमारी चल रही है। अब तक करीब 15 राज्यों में ये कार्रवाई की जा चुकी है। इसी कड़ी में अब दिसंबर 2019 में बेनियाबाग और बजरडीहा में सीएए और एनआरसी का विरोध प्रदर्शन करने वाले लोग एनआईए की रडार पर आ गए हैं। यानी प्रदर्शन में शामिल और बवाल करने वाले सभी युवाओं पर इंटेलीजेंस इकाईयां नजर रखेंगी। हालांकि इन मामलों में भेलपुर और चौक थाने में पहले ही कई लोग नामजद किए जा चुके हैं। इतना ही नहीं अग्निपथ और ज्ञानवापी मामले में प्रदर्शन करने वाले भी एनआईए की निगरानी के दायरे में हैं।

पीएफआई के तीन सदस्यों को लिया था हिरासत में

बता दें कि बुधवार रात को एनआईए की टीम ने वाराणसी से पीएफआई के तीन सदस्यों को हिरासत में लिया था। एनआईए के अधिकारी तीनों को लखनऊ लेकर आई और यहां काफी देर तक तीनों से पूछताछ की गई। बता दें कि तीनों युवक पीएफआई की ऑनलाइन बैठक में शामिल हुए थे। वहीं लंबी पूछताछ के बाद एनआईए ने तीनों युवकों को छोड़ दिया था। बताया जाता है कि तीनों युवक बुनकरी और कपड़े के कारोबार से जुड़े हैं। फिलहाल उन पर नजर रखी जाएगी। साथ ही उनकी गतिविधियों की जानकारी की जाएगी।

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सांप्रदायिक प्रदर्शन में संलिप्तता की आशंका

वहीं एनआईए के अधिकारियों का कहना है कि पीएफआई की ऑनलाइन बैठक और उसमें शामिल सदस्यों, मसलों से लेकर प्रदर्शन के लिए जो रणनीति आदि बनाई गई थी, उसकी गहनता से छानबीन की जा रही है। बैठकों में शामिल होने और बीते दो से तीन साल में हुए सांप्रदायिक प्रदर्शन में संलिप्तता की आशंका होने के चलते उन पर पूरी निगरानी रखे जाने के निर्देश मिले हैं। इसमें यदि कहीं से किसी की भी संलिप्तता पाई जाती है, तो उसे तुरंत पाबंद किए जाने के निर्देश हैं।

अब तक पीएफआई के 106 पदाधिकारी गिरफ्तार

गौरतलब है कि एनआईए के नेतृत्व में कई एजेंसियों ने देश में आतंकी गतिविधियों को समर्थन देने के आरोप में गुरुवार को 15 राज्यों में 93 स्थानों पर एक साथ छापेमारी कर पीएफआई के 106 पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया था। अधिकारियों ने बताया था कि केरल में जहां पीएफआई के कुछ मजबूत गढ़ हैं, सबसे ज्यादा 22 गिरफ्तारियां की गईं। गिरफ्तार किए गए लोगों में पीएफआई की केरल इकाई के अध्यक्ष सीपी मोहम्मद बशीर, राष्ट्रीय अध्यक्ष ओएमए सलाम, राष्ट्रीय सचिव नसरुद्दीन एलमारम, पूर्व अध्यक्ष ई अबूबकर और अन्य शामिल हैं।

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