
डीआरडीओ की नवीनतम तकनीक आधारित 18 प्लांट सहित 39 नए ऑक्सीजन प्लांट लगाने का काम हो रहा है
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
लखनऊ. Oxygen Plants in UP. उत्तर प्रदेश में बहुत जल्द ऑक्सीजन (Oxygen) की किल्लत दूर हो जाएगी। पीएम केयर्स फंड (PM Cares Fund) से प्रदेश के 47 जिलों में ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों की स्थापना की जाएगी, ताकि जिले के सरकारी अस्पतालों को ऑक्सीजन की आपूर्ति में अचानक व्यवधान न उत्पन्न हो सके और कोरोना मरीजों व अन्य जरूरतमंद मरीजों के लिए निर्बाध रूप से पर्याप्त ऑक्सीजन मिल सके। वहीं, राज्य सरकार के निर्देश पर 39 से अधिक जगहों पर ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant) लगाए जा रहे हैं। यह सभी प्लांट नई तकनीक से हवा से ऑक्सीजन बनाएंगे। उधर, योगी सरकार ने निजी अस्पतालों के लिए निर्देश जारी किया है कि जो भी अस्पताल 100 बेड से अधिक के होंगे उन सभी में ऑक्सीजन प्लांट लगाना जरूरी होगा। इसके अलावा जून माह तक यूपी के 855 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर 500 करोड़ की लागत से ऑक्सीजन प्लांट लगाने की रूपरेखा तैयार की जा रही है। इस बीच सरकार ने सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन का संशोधित रेट तय कर दिया है। अस्पतालों को 25.72 रुपए क्यूबिक मीटर की दर से प्लांट को भुगतान करना होगा।
ऑक्सीजन की कमी दूर करने के लिए 39 नए ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant) लगाने पर काम हो रहा है। डीआरडीओ की नवीनतम तकनीक आधारित 18 प्लांट सहित 39 नए ऑक्सीजन प्लांट लगाने का काम हो रहा है। यह सभी ऑक्सीजन प्लांट नई तकनीक पर आधारित हैं यह हवा से ही ऑक्सीजन बनाएंगे। इसके लिए लिक्विड गैस की आवश्यकता नहीं होगी। आपात परिस्थितियों को देखते हुए 855 सीएचसी पर 488 करोड़ की लागत से ऑक्सीजन प्लांट बनाए जाएंगे। धनराशि की प्रतिपूर्ति स्टेट डिजास्टर रीलिफ फंड से की जाएगी।
अस्पतालों की मान्यता के लिए गाइडलाइन
उप्र सरकार उन निजी अस्पतालों में भी ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना करवा रही है, जिन्हें सरकार ने कोरोना के इलाज के लिए टेकओवर (Covid Hospitals) किया है। इन निजी संस्थानों में लगने वाले ऑक्सीजन प्लांट का बिल निजी संस्थान के बिल में एडजस्ट किया जाएगा। प्रदेश सरकार ने कहा है कि यूपी में जितने भी अस्पताल 100 बेड से ऊपर के हैं, उन सभी में ऑक्सीजन प्लांट जरूरी है। इसके बिना मान्यता नहीं मिलेगी।
पीएम केयर्स फंड से लगेंगे आक्सीजन संयंत्र
पीएम केयर्स फंड से यूपी के 47 जिलों में सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों (Public health centers) पर समर्पित चिकित्सा ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों की जल्द स्थापना की जाएगी। इनमें लखनऊ (Lucknow), वाराणसी, गोरखपुर, आगरा, अलीगढ, आजमगढ, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बरेली, बस्ती, बंदायू, बुलंदशहर, देवरिया, इटावा, फैजाबाद, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, गाजीपुर, गोंडा, हरदोई, जालौन, कानपुर, झांसी, कन्नौज, कानपुरनगर, लखीमपुर खीरी, ललितपुर, मथुरा, मेरठ, मिर्जापुर, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, प्रतापगढ़, प्रयागराज, रायबरेली, रामपुर, सहारनपुर, शाहजहांपुर, सीतापुर, सुलतानपुर और उन्नाव जिले शामिल हैं।
Published on:
26 Apr 2021 04:11 pm
बड़ी खबरें
View Allलखनऊ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
