
PAC स्थापना दिवस पर दिखा शौर्य, अनुशासन और योगशक्ति का अद्भुत संगम (फोटो सोर्स : Information Department )
CM Yogi PAC Foundation Day: उत्तर प्रदेश पुलिस की प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (PAC) के 78 वें स्थापना दिवस पर सोमवार को लखनऊ स्थित PAC ग्राउंड देशभक्ति, शौर्य और अनुशासन का जीवंत उदाहरण बन गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने PAC के जवानों ने ऐसे हैरतअंगेज करतब दिखाए, जिन्हें देखकर हर कोई दंग रह गया। आग के गोलों के बीच से निकलते जवान, महज दो सेकेंड में मलखंभ की पिरामिड बनाते दस्ते और कठिन से कठिन योगासन पलभर में करने वाले प्रशिक्षित बल-हर प्रदर्शन ने दर्शकों की तालियों से मैदान गूंजा दिया।
स्थापना दिवस समारोह के दौरान PAC जवानों ने जो करतब दिखाए, वे केवल शारीरिक क्षमता ही नहीं, बल्कि मानसिक मजबूती और अनुशासन का भी प्रमाण थे। आग के गोलों के बीच से निकलते जवानों ने यह संदेश दिया कि संकट कितना भी बड़ा क्यों न हो, PAC हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है। इसके बाद जवानों ने मलखंभ पर महज दो सेकेंड में पिरामिड बनाकर अपनी चुस्ती और तालमेल का शानदार प्रदर्शन किया। योग और शारीरिक संतुलन से जुड़े कठिन आसनों को जवानों ने इतनी सहजता से किया कि मैदान में मौजूद लोग मंत्रमुग्ध रह गए। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, हर किसी की नजरें इन जांबाजों पर टिकी रहीं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने PAC जवानों के प्रदर्शन को देखकर खुद खड़े होकर तालियां बजाईं और उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि PAC केवल कानून-व्यवस्था संभालने वाला बल नहीं, बल्कि यह राज्य और देश की सुरक्षा की मजबूत ढाल है। सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा कि ये जवान आतंकियों से भी लोहा लेते हैं। 13 दिसंबर 2001 को देश की संसद पर हुई कायराना आतंकी घटना के दौरान 30 वीं वाहिनी PAC के जवानों ने अद्भुत साहस का परिचय दिया था और सभी पांच आतंकवादियों को मार गिराया था। यह PAC के शौर्य और बलिदान का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव हो, त्योहार हो या कोई भी संवेदनशील परिस्थिति-PAC हर जगह मजबूती से खड़ा नजर आता है। दंगे, हिंसा, आतंकी घटनाएं और बड़े अपराधों के समय PAC पुलिस प्रशासन के लिए एक भरोसेमंद सहयोगी साबित होता है।उन्होंने यह भी कहा कि VIP सुरक्षा, संवेदनशील इलाकों में शांति व्यवस्था बनाए रखना और भीड़ नियंत्रण जैसे कठिन कार्यों में PAC की भूमिका बेहद अहम है। प्राकृतिक आपदाओं के दौरान राहत और बचाव कार्यों में भी PAC के जवान आगे रहकर जिम्मेदारी निभाते हैं।
स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले PAC जवानों को पुरस्कार और सम्मान प्रदान किया। इसके साथ ही बेस्ट पुलिस मॉडर्न स्कूल और मेधावी छात्र-छात्राओं को भी सम्मानित किया गया।
सीएम ने कहा कि जवानों और विद्यार्थियों को सम्मान देना आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता है और सेवा भावना को और मजबूत करता है।
उत्तर प्रदेश प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी की स्थापना वर्ष 1948 में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने और आपात हालात से प्रभावी ढंग से निपटने के उद्देश्य से की गई थी। आज PAC राज्य की सुरक्षा व्यवस्था की रीढ़ बन चुकी है। दंगों, हिंसक घटनाओं, आतंकवादी हमलों और बड़े अपराधों के दौरान PAC की तैनाती पुलिस बल को मजबूती प्रदान करती है। समय के साथ PAC ने अपने प्रशिक्षण, संसाधनों और कार्यशैली में आधुनिक तकनीकों को शामिल किया है।
चुनाव के दौरान निष्पक्ष मतदान कराना हो या त्योहारों के समय शांति व्यवस्था बनाए रखनी हो—PAC की मौजूदगी भरोसे का प्रतीक मानी जाती है। संवेदनशील क्षेत्रों में PAC की तैनाती से असामाजिक तत्वों पर अंकुश लगता है और आम जनता में सुरक्षा की भावना मजबूत होती है। आपदा प्रबंधन में भी PAC की भूमिका सराहनीय रही है। बाढ़, भूकंप या अन्य प्राकृतिक आपदाओं के समय राहत और बचाव कार्यों में PAC के जवान जान जोखिम में डालकर लोगों की मदद करते हैं।
PAC के जवानों द्वारा किया गया यह प्रदर्शन केवल एक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह उनके कठोर प्रशिक्षण, अनुशासन और राष्ट्रभक्ति का जीवंत उदाहरण था। आग के बीच से निकलना, योग और मलखंभ जैसे करतब यह साबित करते हैं कि PAC हर परिस्थिति के लिए खुद को तैयार रखता है।
Published on:
17 Dec 2025 12:52 pm
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