Rail Post Gati Shakti Express रेलवे ने एक नई सुविधा शुरू की है। अब रेलवे से बुक किए गए पार्सल की डिलीवरी के लिए रेलवे स्टेशन जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अब परेशान होने की जरूरत नहीं है। रेलवे पार्सल की डिलीवरी आपके घर तक हो जाएगी। अब आप सोच में पड़ गए कि, यह कैसे संभव है।
रेल पोस्ट गति शक्ति एक्सप्रेस : अब डोर टू डोर होगी रेलवे पार्सल की डिलीवरी जानें कैसे
रेलवे ने एक नई सुविधा शुरू की है। अब रेलवे से बुक किए गए पार्सल की डिलीवरी के लिए रेलवे स्टेशन जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अब परेशान होने की जरूरत नहीं है। रेलवे पार्सल की डिलीवरी आपके घर तक हो जाएगी। अब आप सोच में पड़ गए कि, यह कैसे संभव है। पर नहीं जनता की परेशानी को देखते हुए रेलवे और डाक विभाग ने मिलकर एक नई योजना शुरू की है। जिसके तहत रेलवे पार्सल पैकेटों को घर-घर पहुंचाने और उसे लाने का काम डाक विभाग के जरिए किया जाएगा। ट्रेन से ट्रांसपोर्टेशन की जिम्मेदारी रेलवे की होगी, जबकि होम डिलीवरी डाक विभाग के कर्मचारी करेंगे। इस योजना का नाम है रेल पोस्ट गति शक्ति एक्सप्रेस।
रेल पोस्ट गति शक्ति एक्सप्रेस आखिर क्या है जानें ? रेल पोस्ट गतिशक्ति एक्सप्रेस सेवा के अंतर्गत अब रेलवे से बुक किए गए पार्सल की डिलीवरी यात्री/व्यक्ति के घर तक की जाएगी। इस सेवा की शुरुआत सूरत-वाराणसी कैंट स्टेशन के मध्य गुरुवार को किया गया। इस योजना को गति पहुंच रहे हैं रेलवे व डाक विभाग। रेलवे पार्सल पैकेटों को घर-घर पहुंचाने और उसे लाने का काम डाक विभाग के जरिए किया जाएगा। ट्रेन से ट्रांसपोर्टेशन की जिम्मेदारी रेलवे की होगी, जबकि होम डिलीवरी डाक विभाग के कर्मचारी करेंगे।
वाराणसी पहुंची रेल पोस्ट गति शक्ति एक्सप्रेस एक अप्रैल को गाड़ी संख्या 19045 ताप्ती गंगा एक्स. (सूरत-छपरा) से 316 पार्सल पैकेट में 10,261 किग्रा सामान के साथ वाराणसी स्टेशन पर आगमन हुआ। इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक,मुम्बई सेंट्रल जी.वी.एल. सत्यकुमार, लखनऊ मंडल अपर मंडल रेल प्रबंधक (एडमिन) श्री वी. एस यादव, स्टेशन प्रबंधक वाराणसी आनंद मोहन सहित पश्चिम रेलवे एवं पूर्वोत्तर रेलवे सहित भारतीय डाक विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
रेलवे लाने वाली है ऐप या वेबसाइट फरवरी माह में एक अखबार में छपी रिपोर्ट में बताया गया था कि, कुरियर कंपनियों या ई-कॉमर्स कंपनियों की तरह ही रेलवे एक ऐप लाने वाला है। जिस पर ग्राहक क्यूआर कोड के साथ एक रिसीप्ट्स प्राप्त करेंगे। यह उन्हें अपने सामान को ट्रैक करने में भी मदद करेगा। इस ऐप या वेबसाइट से ग्राहक डिलीवरी का अनुमानित शुल्क और डिलीवरी में लगने वाला समय भी जान सकते हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि ग्राहकों को विकल्प मिलेगा कि वे या तो किसी निश्चित स्थान से अपना पैकेट ले सकते हैं या अपने घर अथवा ऑफिस में अपना पैकेट मंगा सकते हैं।