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लखनऊ. रेलवे इंजीनियरों ने ट्रेन इंजन के कबाड़ की मदद से राफेल फाइटर जेट (Rafale) का स्केल डाउन मॉडल तैयार किया है। इस मॉडल को लोको वर्कशॉप की प्रदर्शनी में भी लगाया गया है। इस मॉडल को 8 इंजीनियरों की टीम ने मिलकर बनाया है। इस लड़ाकू विमान से फाइटर प्लेन की आवाज भी आती है। आम लोगों के लिए यह मॉडल विमान आकर्षण का केंद्र बना है। बता दें कि यूपीए के दौरान राफेल पर सौदा नहीं हो पाया था। 2014 में जब भाजपा सरकार बनी, तो 2015 में पीएम मोदी की फ्रांस यात्रा के दौरान भारत और फ्रांस के बीच राफेल विमान का सौदा किया गया था।
कचड़े से बनाया 10 फीट लंबा मॉडल
रेलवे लोको वर्कशॉप के इंजीनियरों ने डीजल इंजन से निकली पत्तियों के स्क्रैप से राफेल का 10 फीट लंबा मॉडल तैयार किया है। रेलवे लोको वर्कशॉप के प्रबंधक विवेक खरे ने बताया कि उन्होंने राफेल की तस्वीरों को ही स्टडी करके तैयार किया है। इसके डायमेंशन को मैच कराने की कोशिश भी की। उन्होंने कहा, 'हम राष्ट्रीय महत्व की कोई चीज बनाना चाहते थे इसलिए हमने यह राफेल बनाया।' इससे पहले भी उनकी टीम ने पीएसएलवी और स्टीम लोको के मॉडल बनाए हैं।
विमान की खासियत
राफेल का मॉडल तैयार में इंजीनियर्स को डेढ महीने का वक्त लगा। इसमें असली विमान की तरह लाइटें लगाई गई हैं। इंजिनियरों ने इसे बनाने के लिए सबसे पहले इंटरनेट पर राफेल के मॉडल का चित्र तलाशा और फिर उसकी स्टडी कर यह शानदार मॉडल तैयार किया है।
इंटरनेट से खोजी तस्वीर
राफेल का स्केल मॉडल बनाए जाने के लिए इंजीनियरों ने इंटरनेट तस्वीर से इसे तैयार किया। तस्वीर मिलने के बाद प्लेटों की कटिंग कर उसका आकार तैयार किया। राफेल की कॉकपिट और बम की लांचिंग भी हुबहू असल की तरह बना दी। ट्राली और आटो के पहिए का इस्तेमाल किया गया।
Updated on:
14 Jul 2019 02:53 pm
Published on:
14 Jul 2019 02:47 pm
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