
समाजवादी पार्टी
लखनऊ. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पार्टी को मजबूती प्रदान करने में जुटे हैं। इसी कड़ी में शनिवार को दुद्धी सोनभद्र से सात बार विधायक रहे व सूबे की राजनीति में कद्दावर आदिवासी नेता के रूप में पहचान रखने वाले विजय सिंह गोंड को अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई। वह वर्ष 1996 से 2007 तक समाजवादी पार्टी से विधायक रहे हैं। एक तरह से उनकी घर वापसी हुई है। उन्होंने समाजवादी पार्टी की नीतियों व अखिलेश यादव के नेतृत्व पर आस्था जताते हुए पार्टी ज्वाइन की है व 2022 विधानसभा चुनाव में सपा की सरकार बनाने का संकल्प लिया।
इन पार्टियों में रहे और लगातार जीते-
2017 विधानसभा चुनाव में दुद्धी से हार के बाद उनका राजनीतिक भविष्य खतरे में आ गया था। माना जाता है कि बार-बार दल बदलना उनकों महंगा पड़ गया। 65 वर्षीय विजय सिंह गोंड़ ग्राम कठोली पोस्ट झारोकला दुद्धी के निवासी हैं। विजय सिंह गोड़ ने 1980 से 2007 तक 27 वर्षों में तीन दल बदले और एक बार निर्दल ही चुनावी मैदान में उतरे व लगातार जीते। 1980 से 1989 तक वह कांग्रेस से विधायक रहे, 1989 से 1991 तक निर्दल विधायक रहे, 1991 से 1996 तक व जनता दल में रहे और विधानसभा चुनाव जीते। 1996 से वर्ष 2007 तक वह समाजवादी पार्टी से विधायक रहे। 2017 विधानसभा चुनाव में वह बसपा के टिकट से लड़े लेकिन अपना दल प्रत्याशी हरिराम से वह हार गए।
अखिलेश ने आदिवासियों के विकास के लिए बहुत सी योजनाएं लागू की-
अखिलेश यादव ने शनिवार को उम्मीद जताई है कि विजय सिंह के आने से समाजवादी पार्टी को मजबूती मिलेगी। तो वहीं विजय ने कहा कि सभी दलों ने आदिवासी समाज को धोखा दिया है। समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर उन्हें पूरा विश्वास है कि वही न्याय करेंगे तथा सम्मान देंगे। अखिलेश यादव ने अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में आदिवासियों के विकास के लिए बहुत सी योजनाएं लागू की थी। 2022 में समाजवादी सरकार बनने पर आदिवासियों का भाग्य उदय हो सकेगा।
Published on:
29 Feb 2020 10:27 pm
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