
CM Darbar Security (फोटो सोर्स : Social Media, Whatsapp)
Lucknow Janata Darbar: राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में सोमवार सुबह सुरक्षा व्यवस्था की चूक और प्रशासन की सतर्कता, दोनों एक साथ दिखाई दीं। गाजियाबाद के लोनी थाना क्षेत्र के ग्राम सिरौली निवासी 65 वर्षीय रिटायर्ड आर्मी जवान सतबीर गुर्जर ने दरबार के भीतर दावा किया कि वह जहरीला पदार्थ खाकर आया है। यह सुनते ही मौके पर अफरा-तफरी मच गई। सुरक्षा अधिकारी और कर्मचारी तत्काल हरकत में आए और सतबीर को एंबुलेंस के जरिए सिविल अस्पताल पहुँचाया।
डॉक्टरों की प्राथमिक जांच में सतबीर की हालत स्थिर पाई गई। अस्पताल सूत्रों ने बताया कि मरीज को समय पर चिकित्सा सहायता मिल गई, इसलिए कोई गंभीर खतरा नहीं है। फिलहाल सतबीर का इलाज सिविल अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड में चल रहा है और उसकी निगरानी के लिए विशेष टीम तैनात की गई है।
सतबीर गुर्जर पूर्व में भारतीय सेना में सेवाएं दे चुका है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार वह अपनी कुछ व्यक्तिगत शिकायतों और समस्याओं के समाधान के लिए जनता दरबार पहुँचा था। हालांकि, उसने जहरीला पदार्थ क्यों खाया या ऐसा दावा क्यों किया, यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। प्रशासन उसके बयान दर्ज कर रहा है और पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
घटना के बाद गौतमपल्ली थाना प्रभारी ने कहा, “आज दिनांक 21.08.2025 को सुबह लगभग 08:50 बजे सतबीर गुर्जर पुत्र प्रेम सिंह गुर्जर, उम्र करीब 65 वर्ष, निवासी ग्राम सिरौली थाना लोनी जनपद गाजियाबाद, जनता दरबार पहुँचे और वहां मौजूद लोगों से कहा कि वह जहरीली पदार्थ खाकर आया है। यह सुनकर मौके पर मौजूद अधिकारी व कर्मचारीगण ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एंबुलेंस की सहायता से सतबीर को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। चिकित्सकों ने बताया कि सतबीर खतरे से बाहर है। थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद हैं और आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।”
इस घटना ने मुख्यमंत्री आवास और जनता दरबार की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह स्पष्ट हो गया कि सुरक्षा जांच के बावजूद सतबीर दरबार तक पहुँच गया और उसने जहरीला पदार्थ खाने का दावा कर दिया। अब यह जांच का विषय है कि सुरक्षा जांच में चूक कहाँ हुई और यह कैसे संभव हुआ कि कोई व्यक्ति बिना रोक-टोक के इतनी संवेदनशील जगह तक पहुँच गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जनता दरबार सुबह 9 बजे से शुरू होता है, जिसमें प्रदेशभर से लोग अपनी समस्याओं और शिकायतों के समाधान के लिए पहुँचते हैं। प्रवेश के दौरान सामान्य सुरक्षा जांच की जाती है और समस्याओं को अधिकारियों के माध्यम से मुख्यमंत्री तक पहुँचाया जाता है। लेकिन सतबीर के इस दावे के बाद सुरक्षा की व्यवस्था को और कड़ा करने की जरूरत महसूस की जा रही है।
पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और सतबीर खतरे से बाहर है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है। सतबीर से विस्तृत पूछताछ की जाएगी कि उसने जहरीला पदार्थ वास्तव में खाया था या सिर्फ दावा किया।
सूत्रों के मुताबिक, सतबीर गुर्जर की कई व्यक्तिगत शिकायतें थीं जिनके समाधान के लिए वह पिछले कुछ समय से प्रयासरत था। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि उसकी समस्याओं को गंभीरता से सुना जाएगा और प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाएगा।
पुलिस के मुताबिक सतबीर के स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद उसके बयान दर्ज किए जाएंगे और जांच की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी। यदि यह साबित हुआ कि उसने वास्तव में जहरीला पदार्थ खाया था, तो यह सुरक्षा जांच की बड़ी चूक मानी जाएगी। वहीं, यदि यह सिर्फ ध्यान खींचने का तरीका था, तो अलग कानूनी धाराओं में कार्रवाई संभव है।
घटना के बाद उच्चाधिकारियों ने मुख्यमंत्री आवास और जनता दरबार की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के आदेश दिए हैं। निर्देश दिए गए हैं कि जनता दरबार में आने वाले हर व्यक्ति की गहन जांच हो और किसी भी परिस्थिति में सुरक्षा मानकों से समझौता न किया जाए।
घटना के बाद लखनऊ पुलिस को राजधानी के अन्य संवेदनशील स्थलों पर भी सतर्क रहने का निर्देश मिला है। पुलिस बल को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि इस तरह की घटना दोबारा न हो और जनता दरबार जैसे कार्यक्रमों में आने वाले लोगों की समस्याएं समय रहते निपटाई जाए ताकि वे चरम कदम उठाने के लिए मजबूर न हों।
Updated on:
21 Aug 2025 09:02 pm
Published on:
21 Aug 2025 09:01 pm
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