
kasganj riots
लखनऊ. तिरंगा यात्रा के दौरान गणतंत्र दिवस पर कासगंज में हुई साम्प्रदायिक हिंसा की जांच के लिए स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन कर दिया गया है। वहीं कासगंज हिंसा भड़कने और 27 जनवरी को दोबारा शहर में आगजनी, पत्थराव और शहर में खौफनाक माहौल खड़े होने की गाज एसपी कासंगज सुनील कुमार सिंह पर गिरी है। उन्हें एसपी के पद से हटाकर पीटीसी मेरठ भेज दिया गया है।
एसआईटी करेगी कासगंज हिंसा की जांच
उत्तर प्रदेश अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था आनंद कुमार ने कासगंज हिंसा को लेकर जांच चल रही है। यह हिंसा सुनियोजित थी या नहीं इसकी गहराई से जांच की जा रही है। वहीं उन्होंने बताया कि कासगंज हिंसा की जांच के लिए एसाआईटी का गठन कर दिया गया है, जो कि आईजी अलीगढ़ के निर्देशन में जांच करेगी। वहीं एसआईटी की टीम अब तक हुई घटना की हर पहलु से जांच करेगी।
वहीं पुलिस अधिकारियों के मुताबिक अब तक कासगंज हिंसा मामले में पांच मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। साथ ही 122 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
एसपी कासगंज पर गिरी गाज
कासगंज में बार-बार हिंसा भड़कने से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद सख्त तेवर में दिखे थे। उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक कर हालात पर काबू पाने के कड़े निर्देश दिए थे। वहीं कासगंज एसपी के स्थिति को काबू न कर पाने से खासे खफा थे। इसके बाद सोमवार को एसपी कासगंज सुनील कुमार सिंह को पीटीसी मेरठ भेज दिया गया है। वहीं पीयूष श्रीवास्तव की कासगंज के नए एसपी के तौर पर तैनाती की गई है।
मृतक के परिवार को सीएम ने दिए 20 लाख
सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कासगंज हिंसा में मारे गए अभिषेक गुप्ता उर्फ चंदन के परिवार को 20 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया था। वहीं सोमवार को डीएम ने चंदन के परिवार को 20 लाख रुपये का चेक सौंपा।
Published on:
29 Jan 2018 04:38 pm
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