
safdarjung
लखनऊ। उन्नाव गैंगरेप पीड़िता का दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में इलाज चल रहा है। बेहतर सुविधा के लिए गुरुवार को उसे लखनऊ से एयरलिफ्ट के जरिए दिल्ली के अस्पताल में शिफ्ट कराया गया था। लेकिन वहां के डॉक्टरों ने जो बताया है वह चिंताजनक है। 90 से 95 फीसदी तक जल चुकी गैंगरेप पीड़िता की हालत बेहद नाजुक है।
अस्पताल से आया बयान-
सफदरजंग अस्पताल की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया है कि उसकी हालत में सुधार नहीं हो रहा है। पीड़िता को फिलहाल वेंटिलेपर पर रखा गया है। डॉक्टर उसे बचाने की पूरी कोशिश में लगे हैं। वहीं पीड़िता की विल पॉवर (इच्छा शक्ति) काफी तेज है। वह भी लड़ रही है। 90 फीसदी जली होने के कारण, ऐसे हालात में किसी का बचना मुश्किल होता है। सफदरजंग अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट सुनिल गुप्ता का कहना है कि वह अभी बेहोश है। अगले 24 से 48 घंटे काफी अहम हैं।
सिविल अस्पताल में लाई गई थी गंभीर हालत-
उन्नाव में सुबह हुई वारदात के बाद पीड़िता को पुलिस के सख्त पहरे में लखनऊ के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बर्न सेंटर में उसका इलाज चल रहा था। लेकिन वह काफी नहीं था। इसके चलते डॉक्टरों की टीम ने उसे लखनऊ रिफर किया। इसके चलते ग्रीन कॉरीडोर बनाकार उससे अमौसी एयरपोर्ट शिफ्ट किया गया। सिविल अस्पचाल से एयरपोर्ट की दूरी लगभग 18 किलोमीटर है, जिसका रास्ता 13 मिनट में तय किया गया। वहीं दिल्ली एयरपोर्ट से भी ग्रीन कॉरीडोर बनाकर पीड़िता को सफदरगंज अस्पताल में शिफ्ट किया गया है।
Published on:
06 Dec 2019 05:23 pm
