
मंत्रियों के नेतृत्व में देश के सभी बड़े शहरों और विदेशी धरती पर फहरेगी महाकुम्भ की पताका
UP Cabinet Decision: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हुई कैबिनेट बैठक में महाकुंभ 2025 को लेकर बड़े फैसले लिए गए। प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक होने वाले इस भव्य आयोजन को ऐतिहासिक और यादगार बनाने के लिए सरकार ने देश और विदेश में भव्य रोड शो करने का फैसला किया है।
सरकार का उद्देश्य सनातन धर्म की महिमा और भारतीय संस्कृति को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित करना है। इस दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है। इस रोड शो की जिम्मेदारी नगर विकास विभाग को सौंपी गई है और फिक्की (FICCI) और सीआईआई (CII) जैसे बड़े संगठन इसमें सहयोग करेंगे।
देशभर के प्रमुख शहरों में होंगे आयोजन
महाकुंभ 2025 की लोकप्रियता और उसकी पवित्रता को प्रचारित करने के लिए देश के 15 बड़े शहरों में भव्य रोड शो आयोजित किए जाएंगे। इनमें नई दिल्ली, मुंबई, पुणे, जयपुर, हैदराबाद, तिरुवनंतपुरम, अहमदाबाद, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, गुवाहाटी, देहरादून, भोपाल, चंडीगढ़ और पटना जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं।
भारतीय संस्कृति के प्रचार के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नेपाल, थाईलैंड, इंडोनेशिया और मॉरीशस समेत अन्य देशों में भी रोड शो का आयोजन किया जाएगा। यह पहली बार होगा जब महाकुंभ को इस तरह से वैश्विक मंच पर प्रस्तुत किया जाएगा।
प्रत्येक शहर में होने वाले रोड शो पर लगभग 20 से 25 लाख रुपये का खर्च आएगा। आयोजन का खर्च नगर विकास विभाग वहन करेगा।
महाकुंभ के आयोजन में व्यवस्थाओं को सुचारु रूप से चलाने के लिए सरकार ने 220 नए वाहनों की खरीद को मंजूरी दी है। इन वाहनों में 40 महिंद्रा बोलेरो नियो, 160 बोलेरो बी6 बीएसवीआई और 20 बसें शामिल हैं। इसके लिए सरकार 27.48 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
भव्य आयोजन: 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक प्रयागराज में होगा महाकुंभ।
मिशन मोड पर तैयारी: सरकार ने इसे एक मिशन की तरह तैयार करना शुरू कर दिया है।
सांस्कृतिक गौरव: सनातन संस्कृति को देश-विदेश में प्रचारित करने का अनूठा प्रयास।
सुविधाएं: लाखों श्रद्धालुओं के लिए बेहतर परिवहन और सुविधाओं का इंतजाम।
महाकुंभ केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, कला, और इतिहास के गौरव का प्रतीक है। इस बार योगी सरकार इसे एक वैश्विक स्तर पर ले जाने की तैयारी में है। चाहे देश के महानगर हों या विदेशों के प्रमुख स्थल, हर जगह भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म की अमिट छवि प्रस्तुत की जाएगी।
महाकुंभ 2025 के लिए योगी सरकार की यह पहल न केवल भारत की सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखने का कार्य करेगी, बल्कि इसे नई पीढ़ी और विश्व समुदाय तक भी पहुंचाएगी।
Published on:
22 Nov 2024 09:44 pm
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