UP Dussehri Mangoes Make Global Debut: उत्तर प्रदेश के आम उत्पादकों के लिए आज का दिन ऐतिहासिक बन गया है। दशहरी आम की खुशबू अब गल्फ देशों तक पहुँच गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा कृषि निर्यात को बढ़ावा देने की दिशा में किए गए प्रयासों का बड़ा परिणाम सामने आया है। राजधानी लखनऊ के रहमानखेड़ा स्थित मैंगो पैक हाउस से 1200 किलोग्राम दशहरी आम का पहला सीधा कन्साइनमेंट दुबई के लिए रवाना किया गया। इससे न केवल आम उत्पादकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है, बल्कि राज्य के कृषि क्षेत्र में एक नया अध्याय भी जुड़ गया है।
इस बार खास बात यह रही कि यह निर्यात सीधे एफपीओ (फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन) द्वारा किया गया। इरादा फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड और मलिहाबाद फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड को दुबई की कंपनी वरग्रो ट्रेडिंग एलएलसी से दशहरी आम का सीधा ऑर्डर मिला। दोनों एफपीओ पहली बार खुद के स्तर पर बिना किसी एजेंट या बिचौलिए के वैश्विक बाजार में आम निर्यात कर रहे हैं। इससे किसानों को सीधा आर्थिक लाभ मिलेगा।
इस ऐतिहासिक निर्यात कार्यक्रम को राज्य के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार एवं कृषि निर्यात राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि “यह सिर्फ आमों का निर्यात नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के किसानों की मेहनत और सपनों को पंख देने वाला क्षण है। अब हमारा दशहरी आम दुबई के बाजारों में भी अपनी मिठास बिखेरेगा।”
पिछले कुछ वर्षों में उत्तर प्रदेश सरकार ने कृषि निर्यात को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता रही है कि राज्य के किसानों को सीधा वैश्विक बाजार मिले। इसके लिए न केवल बुनियादी ढांचा तैयार किया गया, बल्कि किसानों और एफपीओ को प्रशिक्षण, गुणवत्ता प्रमाणन, पैकेजिंग, और निर्यात की प्रक्रिया में सहायता भी प्रदान की गई।
यह उपलब्धि संभव हुई इंडो-जर्मन एग्रीमार्केट डेवलपमेंट (एएमडी) प्रोजेक्ट की मदद से। इस परियोजना के अंतर्गत लखनऊ क्षेत्र के 3 एफपीओ को चयनित कर उन्हें निर्यात प्रशिक्षण और सर्टिफिकेशन उपलब्ध कराया गया। इसमें से दो एफपीओ ने ही दुबई को सीधे आम भेजकर रिकॉर्ड बनाया।
इस सीधी निर्यात प्रक्रिया का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इससे बिचौलियों की भूमिका समाप्त हो रही है और किसान को उसका उत्पाद उचित मूल्य पर सीधे मिलने लगा है। पहले जहां एक आम उत्पादक को स्थानीय मंडियों में मूल्य में भारी कटौती झेलनी पड़ती थी, वहीं अब दुबई जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धी दर पर उनका आम बिक रहा है।
राजेन्द्र सिंह जो इरादा एफपीओ के सदस्य हैं, कहते हैं “पहली बार ऐसा लग रहा है कि हमारा आम वास्तव में दुनिया के बाजार में प्रतिस्पर्धा कर सकता है। यह सिर्फ व्यापार नहीं, बल्कि हमारी मेहनत का सम्मान है।”
दशहरी आम उत्तर प्रदेश, खासकर मलिहाबाद क्षेत्र, की पहचान है। इसकी मिठास, रेशा रहित गूदा और मनमोहक खुशबू के कारण यह आम भारत के बेहतरीन आमों में गिना जाता है। दशहरी का नाम अब 'इंडियन प्रीमियम मैंगो' के रूप में विदेशों में भी चर्चा में आने लगा है।
इस पहले कन्साइनमेंट की सफलता के बाद सरकार और एफपीओ की योजना है कि अगले कुछ सप्ताह में दुबई, कतर और कुवैत में और आम भेजे जाएं। गिफ्ट पैक और हाई वैल्यू मार्केटिंग के लिए पैकेजिंग को और उन्नत किया जाए। अन्य फल व सब्जियों के लिए भी इसी मॉडल को दोहराया जाए
इस ऐतिहासिक आयोजन में अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख हैं, इंद्र विक्रम सिंह (सचिव, कृषि एवं कृषि विदेश व्यापार),टी.के. शिबु (विशेष सचिव/निदेशक), सीआईएसएच निदेशक, इंडो-जर्मन जयपुर टीम, दोनों एफपीओ के प्रतिनिधि, किसान, और तकनीकी विशेषज्ञ
Published on:
15 Jun 2025 01:45 pm