
CM Yogi statement
सरकार की इस पहल का असर नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ, कानपुर और वाराणसी जैसे शहरों में साफ देखा जा सकता है, जहां आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, मैन्युफैक्चरिंग और कृषि आधारित उद्योगों के विस्तार से रोजगार की संभावनाएं तेजी से बढ़ रही हैं।
ट्रेनिंग काउंसलिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिसर एमए खान ने बताया कि 15 अप्रैल को राजकीय आईटीआई, अलीगंज लखनऊ में आयोजित रोजगार मेले में देश की प्रतिष्ठित कंपनियों जैसे कॉन्टिनेंटल ऑटोमोटिव, एग्लो इंडिया, अदाणी विंड, पेटीएम और एजस फेडरल लाइफ इंश्योरेंस ने भाग लिया। यहां कुल 22 अभ्यर्थियों का चयन किया गया, जिन्हें 13,000 से लेकर 21,000 रुपए मासिक वेतन एवं अन्य सुविधाएं दी जाएंगी।
इससे पहले 22 मार्च को आयोजित मिशन रोजगार योजना के तहत 73 युवाओं को रोजगार मिला। वहीं, राजकीय पॉलिटेक्निक में 95 अभ्यर्थियों को जॉब ऑफर किया गया। यह युवाओं को उनके कौशल के अनुसार नौकरी दिलाने की दिशा में एक उल्लेखनीय पहल है।
उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के अंतर्गत 35 वर्ष तक के युवाओं को मुफ्त प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वर्ष 2017-18 से मार्च 2025 तक 14.13 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है। इसके तहत 24 औद्योगिक प्रतिष्ठानों और 8 प्लेसमेंट एजेंसियों से अनुबंध किया गया है, जिससे प्रशिक्षण और रोजगार का सीधा संबंध स्थापित हो सके।
प्रदेश सरकार ने आईटीआई और पॉलिटेक्निक संस्थानों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया है, ताकि विद्यार्थियों को नवीनतम तकनीकों की जानकारी और उद्योगों की मांग के अनुरूप कौशल मिल सके। यह पहल उत्तर प्रदेश को रोजगार के हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। नवीन औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन कार्यक्रमों के चलते राज्य में निरंतर नई कंपनियां निवेश कर रही हैं। इससे न सिर्फ युवाओं को नौकरी मिल रही है, बल्कि प्रदेश का औद्योगिक विकास भी तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है।
Published on:
24 Apr 2025 07:43 am
बड़ी खबरें
View Allलखनऊ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
