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लखनऊ को जल्द मिलेगी 6-लेन विज्ञान पथ हाईवे की सौगात, पड़ोसी जिलों का सफर होगा आसान मात्र 1 घंटे में

Lucknow 6 lane highway: लखनऊ को जल्द ही छह लेन वाले विज्ञान पथ की सौगात मिलने वाली है, जो राजधानी को आसपास के जिलों हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी, रायबरेली और उन्नाव से तेज़ी से जोड़ेगा। लगभग 250 किमी लंबा यह हाईवे यात्रा समय को आधा करेगा और राज्य के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

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लखनऊ

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Ritesh Singh

Nov 06, 2025

लखनऊ का बदलता सफर: हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी, रायबरेली और उन्नाव बस चंद घंटो में (फोटो सोर्स : AI)

लखनऊ का बदलता सफर: हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी, रायबरेली और उन्नाव बस चंद घंटो में (फोटो सोर्स : AI)

UP Mega 6-Lane Science Corridor: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ अब एक और बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर बदलाव की दहलीज पर खड़ी है। राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी “विज्ञान पथ” प्रोजेक्ट पर तेजी से काम शुरू हो चुका है। यह छह लेन का आधुनिक हाईवे न केवल लखनऊ को आसपास के प्रमुख जिलों हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी, रायबरेली और उन्नाव से जोड़ेगा, बल्कि यात्रा समय को भी अत्यधिक कम कर देगा। लगभग 250 किलोमीटर लंबा यह हाईवे राज्य राजधानी क्षेत्र (SCR) विकास मॉडल का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा रहा है। परियोजना से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, यह गलियारा 2027 तक जनता के लिए खोल दिया जाएगा।

क्या है विज्ञान पथ क्यों है इतना महत्वपूर्ण

लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) विज्ञान पथ को राजधानी का अगला “मास्टर कनेक्टर” मान रहा है। यह मार्ग शहर को कई बाहरी जिलों से जोड़कर ट्रैफिक का दबाव कम करेगा और औद्योगिक गतिविधियों को नई गति देगा। शहीद पथ और किसान पथ की तरह यह भी शहर के विस्तार का बड़ा आधार बनेगा, लेकिन उससे कहीं अधिक प्रभावशाली और व्यापक।

अधिकारियों के अनुसार, विज्ञान पथ का उद्देश्य केवल सड़क निर्माण तक सीमित नहीं है। इसका लक्ष्य है:

  • राजधानी क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों का विस्तार
  • नए अवसर क्षेत्रों (Opportunity Zones) का विकास
  • भविष्य के उद्योग और हाउसिंग क्लस्टर्स के लिए जमीन तैयार करना
  • राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के इंफ्रास्ट्रक्चर मानकों को स्थापित करना

यह परियोजना पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के विज़न “जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान”  से प्रेरित बताई जा रही है।

लखनऊ से पड़ोसी जिलों तक समय अब आधा हो जाएगा

विज्ञान पथ के बनने के बाद राजधानी से जुड़े कई औद्योगिक और व्यावसायिक क्षेत्रों तक पहुंच आसान हो जाएगी। यात्रियों को मिलेगा तेज और सुरक्षित सफर का विकल्प।

फिलहाल लगने वाला समय:

  • लखनऊ–सीतापुर: 2 से 2.5 घंटे
  • लखनऊ–बाराबंकी: 1 से 1.5 घंटे
  • लखनऊ–रायबरेली: 1.5 से 2 घंटे

विज्ञान पथ के बाद अनुमानित समय

  • लखनऊ–सीतापुर: 1–1.5 घंटे
  • लखनऊ–अन्य जिलों से भी सफर मात्र 1 घंटे के करीब

छह लेन का विस्तार, आधुनिक निर्माण तकनीक, और “कैपेसिटी एन्हांसमेंट” के कारण यातायात में रुकावट कम होगी और वाहनों की गति बढ़ेगी।

NH-24 भी होगा अपग्रेड- भीषण जाम से मिलेगी राहत

राष्ट्रीय राजमार्ग NH-24 पर रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं, जिससे कई स्थानों पर लंबे जाम लग जाते हैं। NHAI ने उसके विस्तार और चौड़ीकरण के लिए सर्वे पूरा कर लिया है। DPR (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) अंतिम चरण में है और जल्द निर्माण शुरू होने की उम्मीद है। अधिकारियों का दावा है कि यदि सब कुछ योजना के मुताबिक चला, तो प्रोजेक्ट 1 से 1.5 साल में पूरा हो जाएगा।

बाहरी वाहनों को मिलेगा नया मार्ग - शहर में ट्रैफिक कम होगा

  • सबसे बड़ी राहत भारी वाहनों को मिलेगी।
  • ट्रक और कमर्शियल वाहन शहर में घुसने की बजाय विज्ञान पथ से गुजरेंगे।
  • इससे शहर के भीतर के मार्ग - अयोध्या रोड, रायबरेली रोड, चारबाग, अलीगंज  पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा।
  • यह प्रणाली राजधानी में “स्मूथ ट्रैफिक मैनेजमेंट” लागू करने की दिशा में बड़ी मदद होगी।

परियोजना का विकास- किन चरणों में होगा निर्माण

विज्ञान पथ को अलग-अलग चरणों में बनाया जाएगा। शुरुआती चरण में दो बड़े हिस्सों पर कार्य तेजी से शुरू किया जा रहा है:

  • लखनऊ–बाराबंकी सेक्शन
  • लखनऊ–रायबरेली सेक्शन

साथ ही, LDA भविष्य के विकास को ध्यान में रखते हुए भूमि चिह्नीकरण कर रहा है। सभी विभागों के साथ संयुक्त बैठकों के बाद ही अंतिम DPR को मंजूरी दी जाएगी।

विज्ञान पथ बनेगा “भविष्य का विकास मार्ग”- उद्योग, शिक्षा और स्वास्थ्य केंद्र तैयार होंगे

प्रोजेक्ट में 20 रणनीतिक नोड्स बनेंगे, जिनमें शामिल होंगे:

  • बड़े लॉजिस्टिक हब
  • कॉलेज और यूनिवर्सिटी
  • अस्पताल और मेडिकल रिसर्च सेंटर
  • कमर्शियल कॉम्प्लेक्स
  • औद्योगिक पार्क
  • हाउसिंग और स्मार्ट टाउनशिप

इन सबके बनने से

  • स्थानीय लोगों को रोजगार
  • व्यापारिक निवेश में वृद्धि
  • रियल एस्टेट की तेजी
  • क्षेत्रीय योजना का विस्तार

यह पूरा क्षेत्र आर्थिक रूप से उन्नत “कैपिटल रिजन” का रूप ले लेगा।

यूपी की ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के सपने को बल

सरकारी सूत्रों का कहना है कि विज्ञान पथ सिर्फ सड़क नहीं, बल्कि प्रदेश की आर्थिक मजबूती का आधार है। यह परियोजना यूपी को ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी बनाने में अहम भूमिका निभाएगी।

इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़े निवेश से

  • नए उद्योग आएंगे
  • रोजगार बढ़ेगा
  • स्थानीय बाजारों का विस्तार होगा
  • राज्य को वैश्विक शहर मॉडल मिलेगा