
खुशखबर, यूपी टीईटी परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड वेबसाइट पर जारी, तुरंत निकाल लें
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा के एडमिट कार्ड डीएलएड प्रशिक्षण परीक्षा नियामक प्राधिकारी की वेबसाइट updeled.gov.in पर जारी कर दिए गए हैं। 23 जनवरी 2022 को होने वाली यूपी टीईटी की इस परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वाले करीब 21 लाख अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड 13 जनवरी, दिन गुरुवार को जारी कर दिए गए। यूपीटीईटी के एडमिट कार्ड पहले बुधवार को जारी किए जाने की संभावना थी लेकिन किसी कारणवश बुधवार को न जारी होकर आज गुरुवार को जारी किए गए। टीईटी परीक्षा में भाग लेने वाले अभ्यर्थी यूपीडीएलएड की वेबसाइट के साथ ही यहां दिए डायरेक्ट लिंक से भी अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।
खिचड़ी मेला: गोरक्षपीठ में दिखता है श्रद्धा का समरस भाव
गोरखपुर में गुरू गोरखनाथ की पवित्र धरती गोरखपुर में तीन दिवसीय खिचड़ी मेला में आने वाले श्रद्धालुओं का सिलसिला जारी है। अब अगले कुछ दिनों तक यहां उमड़ने वाली श्रद्धा और भक्ति में समरस भाव की झलक दिखेगी। यह आस्था का सैलाब न सिर्फ पूर्वांचल का है। बल्कि सीमावर्ती प्रदेशों के साथ मित्र देश नेपाल का भी है। मान्यता है कि नेपाल नरेश की पहली खिचड़ी यहां चढ़ाई जाती है। गोरखनाथ मंदिर और वहां का खिचड़ी पर्व, दोनों ही पूरी दुनिया में मशहूर हैं। त्रेतायुग से जारी बाबा गोरखनाथ को मकर संक्रांति की तिथि पर खिचड़ी चढ़ाने की परंपरा की सूत्रधार गोरक्षपीठ ही है। मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने बताया कि इस साल बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी शनिवार को चढ़ाई जाएगी।
अजय राय को पिंडरा से मिला कांग्रेस का टिकट
वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संसदीय चुनाव में लगातार दो बार चुनौती देने वाले कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय पर प्रियंका गांधी ने एक बार फिर भरोसा जताया है। अजय राय को विधानसभा चुनाव के लिए पिंडरा से टिकट दिया गया है। पिंडरा सीट भले ही वाराणसी लोकसभा क्षेत्र में नहीं आती लेकिन वाराणसी जिले की सीट मानी जाती है। अजय राय पहले भी इस सीट से विधायक रहे हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में अजय राय भाजपा प्रत्याशी अवधेश राय से हार का मुंह देखना पड़ा था। अजय राय का राजनीतिक सफर 1993 में बीजेपी की बड़ी नेताओं में शुमार कुसुम राय के संपर्क में आने के साथ शुरु हुआ।
माघ मेले में पहली बार हुई कलर कोडिंग
प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने पहली बार मेला टाउनशिप में सुविधाओं की आसानी से पहचान के लिए कलर कोडिंग की है। तीर्थयात्रियों को उनकी पहचान करने में मदद करने के लिए पुलिस स्टेशनों, शौचालयों, खोए और पाए गए केंद्रों में विशिष्ट रंग के टेंट या गुब्बारे होंगे। इन गुब्बारों को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि जिस जगह पर दिया गया गुब्बारा हवा में तैर रहा होगा, उसका ब्योरा बड़े, मोटे अक्षरों में लिखा होगा। माघ मेला के अधिकारी शेषमणि पांडे ने कहा कि इन स्थानों पर उड़ते गुब्बारों में थानों और खोया पाया केंद्रों का विवरण लिखा होगा। इससे श्रद्धालु आसानी से गुमशुदगी की दिशा और दूरी का पता लगा सकेंगे।
Published on:
13 Jan 2022 06:49 pm
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