
Mask
पत्रिका न्यूज नेटवर्क.
लखनऊ. कोरोना (Corona) से जंग के लिए सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ मैदान में है। महामारी का असर शून्य हो जाए, उसके लिए सरकार सुरक्षा कवच यानी वैक्सीनेशन (Corona Mask) का काम बड़े पैमाने पर चला ही रही है, वह अब कोरोना के खिलाफ प्रथम हथियार मतलब मास्क के उत्पादन पर भी ध्यान दे रही है। सोमवार को ही इसी कड़ी में पांच लाख स्वयं सहायता समूह की ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़ी महिलाओं को 25 लाख मास्क बनाने का काम सौंपा गया। उपायुक्त स्वतः रोजगार, सुखराज बंधु ने इसको लेकर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में अब तक स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने 7.5 लाख मास्क तैयार कर लिए हैं। अब आजीविका मिशन, सद्भावना समिति, रिन्यू पावर और ग्रीन वियर के साथ एमओयू साइन हुआ है। साथ ही सद्वभावना समिति ने पांच लाख मास्क का ऑर्डर भी दिया है, जिसके लिए 25 लाख रुपए दिए गए हैं। इसी के लिए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को सीडीओ प्रभाष कुमार के हाथों से कपड़े की लाट दी गई है।
50 लाख रुपए के बनने है मास्क-
पांच लाख मास्क 50 लाख रुपए में बनने हैं। 25 लाख रुपए पहली किश्त के रूप में सद्भावना समिति द्वारा दिए गए हैं। प्रभाष कुमार ने बताया कि यह महिलाओं की अजीविका में बड़ा रोल अदा करेगा, उनमें आत्मबल बढ़ेगा। मास्क तैयार करने में तीन महीने का वक्त लगेगा। उपायुक्त स्वत: रोजगार के मुताबिक, 200 महिलाओं को मास्क बनाने के काम पर लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि बीकेटी की गंगा स्वयं सहायता समूह का इस कार्य के लिए नोडल के तौर पर चयन किया गया है। इससे पूर्व समूह की महिलाओं 7.5 लाख मास्क सिलकर जिला प्रशासन सहित कई अन्य सरकारी विभागों और निजी एजेंसियों को सौंप चुकी हैं।
पांच रुपए में बेंचे जाएंगे मास्क-
उपायुक्त स्वतः रोजगार का कहना है कि कोरोना फिलहाल खत्म नहीं हुआ है। इसलिए सभी को मास्क लगाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि यह मास्त तैयार कर लखनऊ में आम नागरितों का स्टॉल लगाकर पांच रुपए प्रति मास्क की दर से उपलब्ध करवाया जाएगा। साथ ही तहसीलों व ब्लॉकों में कैंप लगाकर मास्त बेचे जाएंगे।
Published on:
16 Mar 2021 04:25 pm
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