
वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी को बड़ा झटका, शिया वक्फ बोर्ड सदस्य पद से हटाया।
उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड ने वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी को बड़ा झटका देते हुए सदस्य पद सेे भी हटा दिया है। बता दें कि हिंदू धर्म अपनाने के बाद वसीम रिजवी ने खुद ही शिया वक्फ बोर्ड के सभी पदों से इस्तीफा देने का दावा किया था। जिसके बाद शिया वक्फ बोर्ड की तरफ से उन्हें सदस्य पद से हटाए जाने के लिए राज्यपाल आनंदीबेन पटेेल को पत्र भेजा था। अब राज्यपाल ने वसीम रिजवी को शिया वक्फ बोर्ड के सदस्य पद से हटा दिया है। इसी बीच सुन्नी वक्फ बोर्ड में भी दो बदलाव किए गए हैं। टीले वाली मस्जिद के इमाम ने मौलाना अब्दुल मन्नान रहमानी को पद से बर्खास्त किया है। इसके साथ ही उनके तकरीर और नमाज पढ़ने पर भी प्रतिबंध लगाया है।
बता दें कि पिछले दिनों जुमे की नमाज के बाद टीले वाली मस्जिद पर प्रदर्शन और नारेबाजी की गई थी, जिस पर प्रशासन की तरफ से आपत्ति दर्ज कराई गई थी। इस पर उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल बोर्ड कार्यालय पत्र जारी करते हुए कहा गया है कि जुमे की नमाज कुशवाहा तकरीर नमाज मौलाना सैयद इम्तियाज हुसैन या वासी हसन और फैजी पढ़ाएंगे। इन दोनों के अलावा किसी अन्य व्यक्ति की तरफ से मस्जिद में किसी प्रकार की तकरीर नहीं पढ़ी जाएगी।
पहले ही सभी पदों से दिया था इस्तीफा
ज्ञात हो कि वसीम रिजवी ने 6 दिसंबर 2021 को इस्लाम धर्म को छोड़कर हिंदू धर्म अपनाते हुए अपना नाम जितेंद्र नारायण त्यागी नाम रख लिया था। गाजियाबाद में डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने विधि विधान से उनका धर्म परिवर्तन कराया था। इसके बाद उन्होंने शिया वक्फ बोर्ड के सभी पदों से इस्तीफा देने का दावा किया था।
बोले- इस्लाम से बाहर करने पर अपनाया हिंदू धर्म
रिजवी एक वीडियो के माध्यम से कहा था कि उन्होंने शिया वक्फ बोर्ड के सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया है। वहीं पिछले दिनों ही वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी ने बयान दिया था कि उन्हें इस्लाम से बाहर किया गया और मेरे सिर पर इनाम रखा गया था। जिसे शुक्रवार को बढ़ाया जाता है। इसलिए सनातन धर्म अपनाया।
Published on:
15 Jun 2022 01:17 pm
बड़ी खबरें
View Allलखनऊ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
