
डीए में 2% बढ़ोतरी, संविदा कर्मियों को बोनस, लाखों परिवारों में खुशहाली (फोटो सोर्स : Whatsapp)
Yogi Government Diwali Gift: दीपावली से पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य कर्मियों और पेंशनरों को बड़ी सौगात दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महंगाई भत्ता (डीए) में 2 प्रतिशत वृद्धि को मंजूरी दे दी है। इस फैसले से अब राज्य कर्मचारियों का डीए 53 प्रतिशत से बढ़कर 55 प्रतिशत हो गया है। इस बढ़ोतरी का सीधा लाभ लगभग 16 लाख राज्य कर्मियों और करीब 12 लाख पेंशनरों को मिलेगा। वहीं, सरकार ने 14.82 लाख संविदा कर्मियों के लिए भी बोनस की घोषणा की है। संविदा, दैनिक वेतनभोगी और आउटसोर्सिंग कर्मियों को अधिकतम 7,000 रुपये तक का बोनस दिया जाएगा। यह निर्णय न सिर्फ सरकारी तंत्र से जुड़े लोगों के लिए राहत लेकर आया है, बल्कि त्योहारी सीजन में उनके परिवारों की खुशियां भी दोगुनी करेगा।
पिछले कुछ महीनों से लगातार महंगाई की मार आम जनता के साथ-साथ कर्मचारियों पर भी पड़ रही है। खाद्य पदार्थों से लेकर रोजमर्रा के उपयोग की वस्तुओं तक के दाम बढ़े हुए हैं। ऐसे में दीपावली जैसे बड़े त्योहार से पहले सरकार द्वारा महंगाई भत्ते में की गई यह वृद्धि कर्मचारियों को आर्थिक सहारा देगी।
डीए मूल वेतन का एक हिस्सा होता है, जिसे सरकार कर्मचारियों को महंगाई की भरपाई के लिए देती है। अभी तक राज्य कर्मचारियों को 53 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिल रहा था। अब इसमें 2 प्रतिशत की वृद्धि कर इसे 55 प्रतिशत कर दिया गया है। माना जा रहा है कि इस फैसले से हर कर्मचारी की आय में सैकड़ों से लेकर कुछ हज़ार रुपये तक की बढ़ोतरी होगी।
वित्तीय दृष्टि से देखा जाए तो महंगाई भत्ते में वृद्धि और बोनस वितरण से सरकारी खजाने पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। अनुमान है कि डीए वृद्धि और बोनस पर राज्य सरकार को हज़ारों करोड़ रुपये का खर्च वहन करना पड़ेगा। लेकिन सरकार का मानना है कि कर्मचारियों और पेंशनरों को राहत देना प्राथमिकता है। कर्मचारी संगठनों ने इस फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि महंगाई बढ़ने के कारण आय और खर्च में संतुलन बनाना मुश्किल हो रहा था। ऐसे में सरकार द्वारा दिया गया यह तोहफा उनके लिए राहत भरा है।
अब तक बोनस अक्सर नियमित कर्मचारियों तक ही सीमित रहता था, लेकिन इस बार संविदा, दैनिक वेतनभोगी और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को भी शामिल किया गया है। यह कदम संविदा कर्मियों के मनोबल को बढ़ाने वाला है। प्रदेश भर में काम कर रहे लगभग 15 लाख संविदा कर्मियों को इसका सीधा लाभ मिलेगा।
इन कर्मचारियों को लंबे समय से नियमित कर्मचारियों की तुलना में कम सुविधाएं मिलने की शिकायत रही है। योगी सरकार ने बोनस देकर यह संदेश देने की कोशिश की है कि संविदा कर्मी भी सरकारी मशीनरी का अहम हिस्सा हैं।
दीपावली का त्योहार देश के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। ऐसे में इस मौके पर अतिरिक्त आर्थिक लाभ मिलने से बाजारों में रौनक और बढ़ जाएगी। विशेषज्ञ मानते हैं कि सरकार का यह कदम एक प्रकार का “फेस्टिवल बोनस” है, जो न केवल कर्मचारियों को खुश करेगा, बल्कि खुदरा व्यापार और उपभोक्ता खर्च को भी बढ़ावा देगा।
बाजार में सोना-चाँदी, इलेक्ट्रॉनिक्स, वाहन, कपड़े और सजावटी सामानों की बिक्री बढ़ने की संभावना है। इस तरह यह निर्णय एक ओर जहां लाखों परिवारों के घरों में दीपावली की रोशनी बढ़ाएगा, वहीं दूसरी ओर प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए भी शुभ साबित होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई मौकों पर यह कह चुके हैं कि प्रदेश के विकास में कर्मचारियों की भूमिका अहम है। उनका कहना है कि अगर कर्मचारियों को आर्थिक सुरक्षा और प्रोत्साहन मिलेगा, तो वे और अधिक ईमानदारी और लगन से काम करेंगे। पिछले वर्षों में भी योगी सरकार ने समय-समय पर डीए बढ़ोतरी और बोनस की घोषणा की है। इस बार भी उन्होंने दिवाली से पहले कर्मचारियों और पेंशनरों की खुशियों में इजाफा करने का फैसला लिया है।
विपक्षी दलों ने इस फैसले को चुनावी राजनीति से जोड़ने की कोशिश की है। उनका कहना है कि सरकार यह सब लोकलुभावन कदम उठा रही है। हालांकि आम जनता और कर्मचारियों के बीच इस फैसले को लेकर सकारात्मक माहौल है। कर्मचारी संगठनों ने भी सरकार को धन्यवाद दिया है और इसे ऐतिहासिक कदम बताया है।
Published on:
03 Oct 2025 08:56 am
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