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निजी दुकानों से महंगे दामों पर रासायनिक खाद खरीदने को किसान मजबूर, चक्काजाम की दी चेतावनी

CG News: कई किसान महंगे दामों पर निजी दुकानों से यूरिया खाद खरीद रहे हैं। सोसाइटियों में समय व जरूरत के अनुसार खाद नहीं मिलने से किसान नाराज हैं।

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किसानों ने चक्काजाम की दी चेतावनी (Photo source- Patrika)

किसानों ने चक्काजाम की दी चेतावनी (Photo source- Patrika)

CG News: महासमुंद जिले में धान की फसल के लिए जरूरत के समय खाद नहीं मिलने से किसान खफा हैं। इस समय सोसाइटियों में यूरिया खाद नहीं के बराबर है। क्योंकि, डिमांड के अनुसार आपूर्ति नहीं की गई है। इधर, समय पर पर्याप्त खाद नहीं मिलने पर किसानों ने चक्काजाम की चेतावनी दी है। जानकारी के मुताबिक 66 हजार 976 टन खाद की मांग की गई थी। 47 हजार 751 हजार टन खाद का भंडारण हो पाया है। इसमें 43 हजार 20 टन खाद का वितरण कर दिया गया है।

CG News: महंगे दामों यूरिया खाद खरीद रहे किसान

जिले की सहकारी समितियों में यूरिया का 22881 टन भंडारण, सुपर फास्फेट 11 हजार 816, डीएपी 6 हजार 579, पोटास 2 हजार 880, 202013 और 123216 खाद का 3 हजार 997 टन भंडारण किया गया है। अभी २० हजार टन खाद की और जरूरत है। जिले से 30 हजार टन यूरिया खाद की मांग की गई थी। 22881 टन ही आपूर्ति की गई। अभी करीब 8 हजार टन यूरिया की जरूरत है। किसानों की मानें तो इस समय धान की फसल के लिए यूरिया खाद की जरूरत ज्यादा है। लेकिन, आपूर्ति कम होने से किसानों को परेशान होना पड़ रहा है।

कई किसान महंगे दामों पर निजी दुकानों से यूरिया खाद खरीद रहे हैं। सोसाइटियों में समय व जरूरत के अनुसार खाद नहीं मिलने से किसान नाराज हैं। अधिकारियों से मिलकर अपनी नाराजगी भी जता रहे हैं। किसानों का कहना है कि खाद की कालाबाजारी हो रही है। सोसाइटियों में खाद नहीं मिल रही है। सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी ने बताया कि सोसाइटियों में खाद का वितरण किया जा रहा है। यूरिया खाद की अभी जरूरत है।

जिले के182 सहकारी समितियों में पंजीकृत किसानों को खाद का वितरण किया जा रहा है। वर्तमान में किसानों को यूरिया 21 हजार 80 टन, सुपर फॉस्फेट 10 हजार 268 टन, डीएपी 5 हजार 707, पोटास २ हजार 379 टन, 202013 व 123216 खाद का 3576 टन वितरण किया जा चुका है। सबसे ज्यादा यूरिया का वितरण किया गया है। कुछ किसान पहले ही यूरिया खाद ले चुके हैं, उन्हें राहत मिली है। वर्तमान में संकट का सामना करना पड़ रहा है। बावजूद इसके किसान अपनी फसल को बचाने के लिए इधर-उधर से खाद की व्यवस्था कर रहे हैं। कई व्यापारियों के पास पर्याप्त यूरिया खाद है।

किसानों को 29 अगस्त तक पर्याप्त खाद उपलब्ध कराने की मांग

भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के छत्तीसगढ़ के प्रदेश महासचिव तेजराम विद्रोही, जिला पंचायत सदस्य मोक्ष प्रधान, जिला पंचायत सदस्य जागेश्वर जुगनू चन्द्राकर की उपस्थिति में सांकरा, सागुनढाब, भगतदेवरी, पिरदा, आरंगी, सिरको, जगदीशपुर सहकारी समिति क्षेत्र के किसानों की बैठक सांकरा में हुई। बैठक में यह बात सामने आई कि सहकारी समितियों में रासायनिक खाद नहीं मिलने और निजी दुकानदारों द्वारा मनमाने दाम पर खाद बेचने, जबरदस्ती लादन देने के कारण किसानों को खेती करना परेशानी का सबब बन गया है।

CG News: भारतीय किसान यूनियन पिथौरा ब्लॉक के संयोजक अजय साहू ने कहा कि उपस्थित किसानों ब्रजेश खम्हारी, मोतीलाल पटेल, शरद चंद्र, पुरुषोत्तम भोई, अश्विनी प्रधान, नरोत्तम साहू, भास्कर बारीक, सुशील बढ़ाई, मुरलीधर, गोवर्धन पटेल, धनुर्जाय पटेल, श्रीनिवास साहू आदि ने एसडीएम पिथौरा के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की कि 29 अगस्त तक किसानों को पर्याप्त खाद उपलब्ध कराई जाए, खाद की कालाबाजारी पर रोक लगाई जाए। खाद नहीं मिलने पर 1 सितंबर को सांकरा नेशनल हाइवे पर किसान चक्काजाम करने को मजबूर होंगे।